श्रीगंगानगर. मल्टीपर्पज स्कूल के पास रेल का दो लाइनों पर आवागमन होने के कारण पंजाब से आई गाड़ी और दूसरी लाइन पर कॉलोनी के लोग धूप में बैठे रहे।
श्रीगंगानगर. रोजाना रेलवे कानून के नियम तोडऩे के लिए राहगीर बाज नहीं आ रहे है। हालांकि रेलवे और राज्य सरकार ने मल्टीपरपज स्कूल के पास आरयूबी का निर्माण भी कराया लेकिन राहगीर रेलवे लाइन पार करने के लिए दीवार फांदने का शॉट कट तरीका अपना रहे है।
श्रीगंगानगर. इसकी पीछे मंशा यह है कि लाइन पार राजकीय महाविद्यालय, एमडी कॉलेज, खालसा कॉलेज, डीएवी स्कूल सहित कई शिक्षण संस्थाओं के अलावा शास्त्री बस्ती, बसंत विहार आदि कॉलोनियां भी है, इन शिक्षण संस्थाओं और कॉलोनियों में पैदल आवाजाही के लिए इस दीवार फंदने के रास्ता का अधिक इस्तेमाल हो रहा है।
श्रीगंगानगर. यह शॉटकट तरीका पिछले तीन सालों से चल रहा है, इसे रोकने के लिए रेलवे प्रशासन के अलावा जीआरपी या आरपीएफ जवान टोकते नहीं है। रही कही कसर आसपास दुकानदारेां ने इस दीवार में इतनी सेंध लगा दी है कि वहां से आवाजाही आसानी से हो रही है।
श्रीगंगानगर. मल्टीपर्पज स्कूल के पास अंडरब्रिज होने के बाबजूद राहगीर रेलवे की दीवार तोड़कर जाते हैं।
श्रीगंगानगर. मल्टीपरपज स्कूल के पास आरयूबी का निर्माण पिछले चार साल पहले हुआ था, लेकिन जिस जगह आरयूबी की छत है उसके ऊपर से गुजरने वाली रेलवे लाइन को पार करने के लिए राहगीर दीवार कूदने का सहारा ले रहे हैं। हालांकि वहां रेलवे और नगर विकास न्यास प्रशासन ने एहतिहात के तौर पर दीवार भी बनाई लेकिन लोगों ने इस दीवार में ही सेंध लगा दी है। ऐसा रास्ता बनाया है कि आवाजाही सुगमता से हो सके।
श्रीगंगानगर. मल्टीपरपज स्कूल के पास रेलवे फाटक पर ट्रेनों की आवाजाही के कारण बस, कार, जीप, बाइक आदि वाहनों की कतार लग जाती थी, लेकिन आरयूबी बनने के बाद यह समस्या समाप्त हो गई है। लेकिन पैदल राहगीर रेलवे लाइन पार करने के लिए आरयूबी का इस्तेमाल नहीं करते, ए माइनर किनारे बनी रेलवे लाइन को पार करने के लिए दीवार को फांद कर जाते है।