-17 साल पहले मास्टर प्लान में थी यह रोड परन्तु अब गायब
श्रीगंगानगर.
सौ फीट चौड़ी और दो किमी लंबी रोड अगर गायब हो जाए तो इसे आप क्या कहेंगे। जी हां, यह किसी जनप्रतिनिधि का आरोप-प्रत्यारोप नहीं बल्कि वर्ष 1981 से 2001 के लिए बनाए गए मास्टर प्लान में दशाई गई हकीकत है।
नगर विकास न्यास ने बीस सूत्री कार्यक्रम योजना के तहत जवाहरनगर इलाके को विकसित किया तब यह मास्टर प्लान बनवाया था, इस अवधि के लिए मास्टर प्लान में चक 3 ई छोटी से हनुमानगढ़ रोड होते हुए राजकीय जिला चिकित्सालय तक प्रस्तावित 100 फीट चौड़ी और करीब दो किमी लंबी रोड बनाने बनाने का निर्णय करते हुए इसे मास्टर प्लान में दर्शाया गया लेकिन वर्ष 2003 से 2023 के लिए बनाए गए मास्टर प्लान में यह रोड गायब कर दिया है।
हालांकि वर्ष 1986 में तत्कालीन न्यास प्रशासन ने एसएसबी रोड पर चक 3 ई छोटी के पास 100 फीट की रोड बनवाई परन्तु आधा किमी से आगे नहीं बढ़ सके। इस रोड के बीचोबीच डिवाइडर बनाकर तत्कालीन न्यास प्रशासन ने दावा किया था कि यह रोड शहर की सबसे लंबी और चौड़ी रोड होगी। इस रोड के आगे श्रीगंगानगर इंडस्ट्रीयल कॉ-ऑपरेटिव सोसायटी की भूमि होने के कारण वहां अब मार्केट बन चुका है। इससे इस रोड का निर्माण अटक गया।
न्यास में अब रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं
इस रोड के संबंध में सदर बाजार निवासी अधिवक्ता कुलदीप गार्गी ने नगर विकास न्यास से एक सौ फीट चौड़ी और दो किमी लंबी रोड के तत्कालीन मास्टर प्लान के संबंध में रिकॉर्ड मांगा लेकिन न्यास ने इनकार कर दिया। गार्गी का कहना था कि मानचित्र तो उपलब्ध हो गए लेकिन भू स्वामी के संबंध में यूआईटी ने रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं कराए। ऐसे में अब अदालत की शरण ली जा रही है।