आर्थिक तंगी में बीता बचपन, हौंसलों को रखा बुलन्द
कोच सलीम अली ने बचपन में गांव 18 एसएचपीडी बड़ोपल के पास पचारा वाला ढेहर में कभी कीकर, कभी नीम फिर कच्चे कमरे में स्कूल के रूप में 8 उत्तीर्ण की। वहां स्कूल बंद होने पर अपने मामा के यहां सूरतगढ़ आए। जहां राठी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में कक्षा 9 में प्रवेश लिया। एनसीसी में चयन होने पर दौडऩा शुरू किया। फौज की भर्तियां देखी लेकिन कभी मेडिकल, कभी पेपर में निकलता रहा। दौड़ अच्छी होने के कारण युवा साथ जुड़ते रहे और लगते रहे और भगत सिंह डिफेन्स सूरतगढ़ के रूप में संस्था खड़ी कर दी। वर्तमान में 300 युवा प्रशिक्षण ले रहे हैं। गत तीन साल में सेना,पुलिस, पैरा मिल्ट्री फोर्स इत्यादि बेल्ट सर्विस में 500 युवक-युवतियां चयनित हो चुके हैं। यह भी पढ़े… लोहड़ी पर काळ बना कोहरा: रोडवेज की बस ने कुचली बोलेरो, महिला समेत तीन की मौत
युवाओं को किया जा रहा प्रोत्साहित
कोच सलीम अली की ओर से समय समय पर नगरपालिका स्टेडियम में दौड़ स्पर्धाए करवाई जा रही है। ताकि प्रशिक्षण लेने वाले युवाओं की फिटनेस की जांच की जा सके तथा उन्हें फीट रहने के गुर भी सिखाए जा रहे हैं। इसके अलावा इन कार्यक्रमों में समय समय पर विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े अधिकारियों व काउंसलरों को भी आमत्रिंत कर युवाओं को प्रोत्साहित करवाया जा रहा है। शारीरिक दक्षता की तैयारी कर रहे युवाओं का कहना है कि उन्हें शारीरिक तैयारी के लिए अब सीकर,झुझूनू नहीं जाना पड़ रहा। यहां घर जैसी सुविधाएं उपलब्ध है। सेना में चयनित फौजी भी युवाओं को सेना भर्ती के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में जानकारी देते रहते हैं। यह भी पढ़े… भारत आदिवासी पार्टी के लिए बड़ी खुशखबरी, राजकुमार रोत ने दी सबको बधाई