श्रीगंगानगर.किसी जमाने में पढ़ाई के लिए बरगद के पेड़ के नीचे चलने वाले सरकारी स्कूल बदलते दौर के साथ-साथ पढ़ाई, संसाधनों और भवनों के मामले में निजी स्कूलों को टक्कर दे रहे हैं। जिले के साथ-साथ प्रदेश भर के इन स्कूलों की दशा सुधारने के लिए जहां एक तरफ राज्य सरकार अपने स्तर पर बजट मुहैया तो करवा रही है। वहीं दूसरी ओर समाज के दानी भामाशाह भी स्कूलों की कायाकल्प का बीड़ा उठाए हुए हैं। जिले के करीबन प्रत्येक स्कूल में भामाशाहों ने कुछ न कुछ राशि जरूर दान की है। स्कूलों में पांच साल में करोड़ों रुपए दान हो चुके हैं। भूमि, चारदिवारी, भवन और फर्नीचर पर खर्च इस विद्यालय के प्राचार्य तरुण गुप्ता का कहना है कि जिला मुख्यालय पर इंदिरा चौक पर स्थित महात्मा गांधी अंग्रेजी मीडियम स्कूल की हालत बहुत ज्यादा खराब थी। इसमें आठ कमरों तथा एक बड़े हॉल का निर्माण अशोक चांडक के सहयोग से करवाया गया था। इस पर करीब 85 लाख रुपए खर्च किए गए। इस प्रकार जिलेभर में भामाशाहों की ओर से स्कूलों को भूमि, चारदीवारी, कमरे,फर्नीचर, विद्युत, जल, कंप्यूटर व लैब सामग्री,एलइडी,टीवी,सीसीटीवी कैमरा,जलघर व डिग्गी निर्माण ,टेबल सैट,चेयर आदि के लिए दान राशि दी जा रही है। राज्य स्तर पर नवाजे गए ये भामाशाह सरकारी स्कूलों में दान देने वालों में जिला मुख्यालय पर समाजसेवी अशोक चांडक, सूरतगढ़ के इंद्र कुमार कोठारी, डूंगरसिंहपुरा के सोहन लाल सहारण,श्रीविजयनगर के महावीर प्रसाद मिढ्ढ़ा,दीपक कुमार और प्रेम नागपाल को शिक्षा भूषण सम्मान से नवाजा गया। रघुनाथपुरा के प्रधानाचार्य रामकुमार साहू, 5 आर.एम के प्रधानाध्यापक लेख राम व श्रीविजयनगर के नरेंद्र कुमार को राज्य स्तर पर प्रेरक के रूप में सम्मानित किया जा चुका है। -जिले के इन स्कूलों में 50 लाख से ज्यादा का काम 1.रघुनाथपुरा में बनाए करोड़ों के कमरे। 2.तीन एमएल में दान दी लाखों की जमीन। 3.विजयनगर में करोड़ों का दान। 4.महात्मा गांधी स्कूल में लगी लाखों की राशि सत्र राशि 2021-22 15.70 लाख 2022-23 19.67 लाख 2023-24 15.24 लाख 2024-25 1.86 लाख(निरंतर) योजनाओं का लाभ केवल सरकारी स्कूलों में विभाग की बहुत सी योजनाओं का लाभ केवल सरकारी स्कूलों में पढ़ाई पर ही मिलता है। बढ़ती सुविधाओं और संसाधनों के कारण इन स्कूलों के बहुत से विद्यार्थी बोर्ड परीक्षाओं में 90 फीसदी से ज्यादा अंक प्राप्त कर रहे हैं। एमजीएसएस शुरू होने के बाद तो बच्चों के पास दोनों माध्यम के विकल्प उपलब्ध हैं। -भूपेश शर्मा, जिला समन्वयक, विद्यार्थी परामर्श केंद्र,श्रीगंगानगर दान करने वालों को टैक्स में भी छूट मिलती भामाशाह अपने अपने स्तर पर राशि खर्च कर स्कूलों में काम करवा रहे हैं। इससे स्कूलों की स्थिति में काफी सुधार हुआ है। जिलेभर के स्कूल ज्ञान संकल्प पोर्टल पर देश-विदेश के किसी भी कोने से दान प्राप्त कर रहे हैं। इस योजना में दान करने वालों को टैक्स में भी छूट मिलती है। -गिरजेशकांत शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी,मुख्यालय,श्रीगंगानगर