जेसीबी से हटवाया अवैध बंधा
सहायक अभियंता दिनेश खत्री ने बताया कि जल संसाधन विभाग की ओर से सूरतगढ़ ब्रांच में अतिरिक्त पानी आने की स्थिति में एस्केप की भूमि में पानी छोड़ा जाता है। गत दिनों हुई बरसाती पानी भी छोड़ा गया था। शुक्रवार रात्रि करीब ढ़ाई बजे पानी को बंद करवाया गया। शनिवार को चक 22 एसटीबी बी के पास बंधे के नीचे से सुराख हो गया। जिससे बंधा टूट गया। इससे पानी भूमि में फैल गया। शाम करीब छह बजे चक एक एसपीडी के पास बने अवैध बंधे को जेसीबी मशीन से हटवाया गया। ताकि आगे पानी से आगे के किसानों को नुकसान ना हो सके।
किसानों की उम्मीदों उम्मीदों पर फिरा पानी
किसान मदनलाल सहारण व मोहित कुमार ने बताया कि एस्केप भूमि में बंधा टूटने से खातेदारी भूमि में पानी आ गया। जिससे खेतों में जलभराव हो गया। इससे फसलों को नुकसान हो गया। विभाग को अवैध बंधे हटवाए। ताकि किसानों को नुकसान से बचाया जा सके। उन्होंने बताया कि भोमाराम नायक की चार बीघा भूमि में चावल, 11 बीघ भूमि में नरमा, किसान हरजिन्द्र सिंह की चार बीघा भूमि में ग्वार व चार बीघा भूमि में नरमा, किसान मदनलाल के 8 बीघा भूमि में धान, 3 बीघा भूमि में नरमा, किसान मोहित के 6 बीघा भूमि में नरमा, किसान हेतराम कुम्हार की 12 बीघा भूमि में नरमा, किसान रामेश्वर ज्याणी की 3 बीघा भूमि में ग्वार व 3 बीघा भूमि में नरमा, किसान प्रेम यादव की 6 बीघा भूमि में नरमा, मनीराम खिलेरी की 13 बीघा भूमि में नरमा, दलीप सिंह की 5 बीघा भूमि में नरमा, किसान लाखुराम जाखड़ की डेढ़ बीघा भूमि में नरमा की फसल जलमग्न हो गई। जिससे किसान को नुकसान हुआ।
अवैध बंधों व अवैध काश्त वाले किसानों को दिए जा चुके नोटिस
सहायक अभियंता दिनेश खत्री ने बताया कि चक एक एसपीडी स्थित एस्केप भूमि में अवैध बंधे व अवैध काश्त करने वाले किसानों को नोटिस जारी किए जा चुके हैं। इसमें बताया कि अवैध बंधे व अवैध काश्त की वजह से नहर के अतिरिक्त पानी की निकासी में अवरोध उत्पन्न हो रहा है। जिससे सूरतगढ़ ब्रांच नहर के टूटने का खतरा है तथा एस्केप से सटी हुई खातेदारी भूमि में पानी जाने की भी आशंका है। किसानों को तीन दिन में हटाने के आदेश दिए गए। लेकिन अवैध बंधे नहीं हटाए गए।