सूचना मिलने पर तहसीलदार नंदराम बाजिया, बाल कल्याण समिति सदस्य आंनद कुमार मारवाल, चाइल्ड लाइन के जिला समन्वयक त्रिलोक वर्मा, गिरदावर बनवारी जाखड़, राजस्व पटवारी मुस्कान चौधरी, सहायक उपनिरीक्षक प्रमोद कुमार मय जाप्ते के मौके पर पहुंचे।
जहां विवाह की तैयारियां चल रही थी और बारात श्याम नगर से आने वाली थी। टीम की ओर से बालिका के बालिग होने के सबुत मांगे तो आधार कार्ड दिखाया, जो टीम को गलत लगा। इस संबंध में अन्य दस्तावेज मांगे गए लेकिन परिजनों ने कोई दस्तावेज नहीं दिए। वहीं सूचना देने वाले ने पहले ही बालिका की आयु कम बताई थी।
टीम की ओर से जिस विद्यालय में बालिका पढ़ी है, वहां से आयु संबंधी दस्तावेज एकत्रित किए जा रहे हैं। जब तक शैक्षणिक दस्तावेज प्राप्त नहीं हो जाते, तब तक बालिका का विवाह नहीं करने के लिए परिजनों व रिश्तेदारों को पाबंद किया है। इस दौरान प्रशासन को गुमराह करने के लिए परिजनों ने पूरा जोर लगाया।
लोग वहां एकत्रित हो गए और टीम को घेर लिया। थाने से पुलिसकर्मियों को बुलाया गया, तब जाकर मामला शांत हुआ। वहीं पार्षद ने हंगामा कर दिया। तहसीलदार ने समझाइस के बाद मामला शांत कराया। परिजन जगह या समय बदल कर बालिका का किसी अन्य स्थान पर विवाह या विदाई नहीं कर दें।
इसलिए बाल कल्याण समिति एवं तहसीलदार ने मौके की निगरानी के लिए गांव की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व पुरानी आबादी पुलिस थाने के एक पुलिसकर्मी की ड्यूटी लगाई है।