सदर थानाधिकारी रमेश कुमार न्यौल ने बताया कि मृतक गांव मांझूवास 52 एलएनपी निवासी 21 वर्षीय अजय उर्फ बबलू खान पुत्र जसवंत मिरासी का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया। घटना के संबंध में मामला दर्ज कर मुख्य आरोपी गांव तीन एमएल निवासी 32 वर्षीय पवन सैन पुत्र राजाराम सैन, गांव 3 एमएल निवासी 24 वर्षीय विजय कुमार पुत्र मेनपाल सैन को गिरफ्तार किया। एक विधि से संघर्षरत किशोर को निरुद्ध किया गया है।
स्पेशल टीम का हुआ था गठन
इससे पहले पुलिस अधीक्षक गौरव यादव खुद घटना स्थल पर पहुंचे और पूरे घटनाक्रम के बारे में फीडबैक लिया। एसपी ने एडिशनल एसपी रघुवीर प्रसाद शर्मा, कार्यवाहक सीओ सिटी विष्णु खत्री, सदर सीआई रमेश कुमार और जिला विशेष टीम प्रभारी रामविलास बिश्नोई की स्पेशल टीम गठित कर आरोपियों को तत्काल काबू करने के निर्देश दिए थे। स्पेशल टीम ने अलग अलग साक्ष्य जुटाकर इस घटना से जुड़े आरोपियों की धरपकड़ की। इधर, मृतक के भाई मांझूवास 52 एलएनपी निवासी 21 वर्षीय दिनेश उर्फ सोनू खान पुत्र जसवंत मिरासी ने श्रीगंगानगर के सदर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसमें बताया कि वह नेतेवाला गांव के गणेश टैंट हाउस में मजदूरी करता है। इस दुकान पर उसके साथ उसका भाई अजय उर्फ बबलू खान, उसके गांव के सोनू राव, दयाराम, गिरधारी, अक्षय, सुशील उर्फ मेहन्दीसेन, अश्विनी, मांगीलाल उर्फ दानू, भी काम करते हैं। रात को अधिक काम होने के कारण दुकान में रह जाते थे। बुधवार रात को भी अधिक काम था, ऐसे में दुकान मालिक सुरेन्द्र के निर्देश पर वहां मुनीम आदेश ने उसके सहित नौ जनों के लिए पवन सैन को कॉल करके खाना मंगवाया। उन्होंने टिफिन के लिए पवन का काफी देर इंतजार किया पर वह नहीं आया। ऐसे में रात करीब साढ़े नौ बजे के बाद दुकान मालिक सुरेन्द्र अजय उर्फ बबलू खान, सोने उर्फ दिनेश व दयाराम के लिए सूरतगढ़ रोड स्थित नेशनल ढाबे से खाना लेकर आया। वह और अन्य मजदूर दुकान के अंदर बैठकर खाना खा रहे थे तभी एक बाइक पर दो व्यक्ति खाना देने आ गए। इसमें एक पवन सैन का भानजा नाथांवाला 2 एमएल निवासी नितिन सोलंकी व एक अन्य व्यक्ति था। इन दोनों को देखकर उसने बोला कि वे तो काफी देर तक इंतजार करने के बाद होटल से खाना मंगवाकर खा चुके हैं।