श्री गंगानगर

साइबर क्राइम: आखिरकार डिजिटल अरेस्ट मामले का खुलासा, जयपुर गैंग के तीन आरोपी गिरफ्तार

– चूनावढ़ क्षेत्र गांव 22 एमएल के बुजुर्ग दंपती से हुई थी एक करोड़ पांच लाख रुपए की ठगी

श्री गंगानगरDec 06, 2024 / 02:34 pm

surender ojha

श्रीगंगानगर। मोबाइल फोन पर फर्जी सीबीआई बनकर बुजुर्ग महिला और उसके पति को डिजिटल अरेस्ट कर एक करोड़ पांच लाख रुपए ठगने के मामले में आ​खिरकार साइबर पुलिस ने जयपुर गैँग का खुलासा किया है। इस गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ़तार किया गया है। साइबर थाने के प्रभारी डीवाईएसपी कुलदीप वालिया और एसआई चन्द्रभान की अगुवाई मेें टीम ने जयपुर से तीन युवकों को दबोचा।
प्रभारी वालिया ने बताया कि जयपुर के सुंदरनगर सांगानेर निवासी अजय प्रजापत पुत्र रामेदव प्रजापत, जयपुर के सांगानेर लक्ष्मी काॅलोनीकल्यापुरा हाल प्लाटनम्बर 52 श्याम विहार सांगानेर निवासी मोहित सोनी पुत्र गंगाराम और दौसा जिले की लालसोट तहसील क्षेत्र गांव माहरिया हाल जयपुर निवासी किशन सिंह राजावत पुत्र मुकेश सिंह राजपूत को गिरफ़तार किया है। जांच अ​धिकारी ने बताया कि आरोपी मोहित सोनी ने अपने सा​थियों से करीब दस से पन्द्रह हजार रुपए ले रख थे।
उसने अपने सा​थियो की उधारी रकम चुकाने के लिए उसने अपना बैँक खाता आरोपी किशन सिंह को सुपुर्द कर दिया। आरोपी ​किशन सिंह के कहे अनुसार आरोपी मोहित के खाते में पांच लाख रुपए जमा हुए थे। इसी प्रकार अजय प्रजापत के बैँक खाते में पांच लाख रुपए जमा किए गए। इस पूरे गिरोह में आरोपी किशन सिंह ठेकेदारी के रूप में काम करता हैं। यह आरोपी उन लोगों को झांसा लेता है जो दस से बारह लाख रुपए में अपना बैँक खाता किराये पर देते है।


सीबीआई अफसर ने धमकाया तो जमा कराई इतनी बड़ी रा​शि


साइबर थाने में 16 नवम्बर 24 को चूनावढ़ क्षेत्र गांव 22 एमएल निवासी 69 वर्षीय जसविन्द्र कौर पत्नी सोहनसिह ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसके दो बेटे हैँ, एक बेटा हरप्रीत सिंह कनाडा और दूसरा पवनदीप सिंह आस्ट्रेलिया रहता हैं। तीन साल पहले उसने और उसके पति ने 32 बीघा भूमि का बेचान किया था, इसके एवज में मिली रा​शि में से नौ बीघा भूमि खरीद कर ली और शेष रा​शि अलग अलग बैँक खातों में जमा की गई।
15 नवम्बर 2024 को एक अज्ञात कॉलर ने खुद को दिल्ली में सीबीआई अ​धिकारी बताते हुए परिचय दिया। उसने धमकाया कि बैँक खातों में फर्जी तरीके से काफी रा​शि जमा हुई हैं। फडिंगरा​शि जमा के संबंध में सीबीआई की ओर से केस दर्ज किया जा रहा हैं। पहली बार आई कॉल में करीब दस मिनट और दूसरी कॉल में करीब चालीस मिनट का समय लगाया। इस बातचीत के दौरान उसे परिवारिक सदस्यों के बारे में पूरी डिटेल मांग ली।
इस कॉलर बने सीबीआई ने फिर धमकाया कि यदि अभी सैटलमेंट नहीं किया तो गिरफतार करने के लिए आएंगे। अगले दिन इस कॉलर ने एक बैंक खाता भी दिया यह खाता भोपाल के शाहपुरा के बैँक का था। उसके बताए अनुसार कुल रा​शि एक करोड़ पांच लाख 59 हजार 960 रुपए जमा करवा लिए। जब इस घटना के बारे परिचितों के बताई तो ठगी होने का अहसास हुआ।

Hindi News / Sri Ganganagar / साइबर क्राइम: आखिरकार डिजिटल अरेस्ट मामले का खुलासा, जयपुर गैंग के तीन आरोपी गिरफ्तार

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.