रेल कर्मचारियों की हाजरी अब बायोमेट्रिक मशीन से लेने की कवायद शुरू कर दी गई है। प्रथम चरण में पूछताछ कक्ष में हाजिरी के लिए बायोमेट्रिक सिस्टम लगाया गया है। यह सिस्टम बीकानेर से नियंत्रित होगा। जल्द ही रेलवे के अन्य कार्यालयों में भी बायोमेट्रिक मशीन लगाई जाएगी। इससे रेल कर्मचारी समय पर आने और जाने के लिए पाबंद हो जाएंगे। बायोमेट्रिक सिस्टम में दो कम्प्यूटर और एक स्कैनर पूछताछ कक्ष में लगा दिए गए हैं। यह सिस्टम फिलहाल टीटीई के लिए लगाया गया है। इस सिस्टम के इसी सप्ताह चालू हो जाने की उम्मीद है। इससे यह पता चल सकेगा कि किस ट्रेन में किस टिकट चैकर की ड्यूटी है और वह कहां जा रहा है?
मिलेगा आईडी कार्ड
रेलवे सूत्र बताते हैं कि नए सिस्टम में टीटीई को एक आईडी कार्ड दिया जाएगा। इस कार्ड को बायोमेट्रिक मशीन में स्वाइप करवाने से उसकी हाजरी लग जाएगी। कुछ कंडीशन में रेल कर्मचारियों को अंगूठा भी लगाना पड़ सकता है। रेलवे बोर्ड ने चालू वित्तीय वर्ष में सभी मंडलों में रेल कर्मियों की हाजरी बायोमेट्रिक सिस्टम से करवाने के निर्देश दिए हैं।
सुलझेंगी कई समस्याएं
उल्लेखनीय है कि इस मशीन के लगने से पूर्व टीटीई की ड्यूटी लगाने एवं ड्यूटी एडजस्ट में कई प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। जैसे कोई ट्रेन यदि रद्द है या कोई ट्रेन देरी से आ रही है तो उसमें टीटीई को एडजस्ट करने में रेलवे अधिकारियों को परेशानी आ रही थी। ट्रेन में देरी के कारण रेलवे को जहां टीटीई को ओवरटाइम का भुगतान करना पड़ रहा था, तथा जो ट्रेन रद्द थी, उनके कई टीटीई खाली बैठे रहते थे। ऐसे में बायोमेट्रिक हाजरी सिस्टम का नियंत्रण मंडल स्तर पर होने से रेलवे के उच्चाधिकारियों को आसानी से पता लग सकेगा कि कौन टीटीई वर्तमान में खाली है और कौन ड्यूटी पर? इससे उन्हें ड्यूटी में ऑनलाइन एडजस्ट कर दिया जाएगा। साथ ही यह मशीन लगने से पूर्व टीटीई की ड्यूटी का जो कार्य मेनुअल हो रहा था, अब ऑनलाइन होने से कोई परेशानी नहीं होगी।