राज्य में सत्ता बदलने और नई सरकार के कामकाज संभालने के साथ ही प्रभाव अब दिखना शुरू चुका है। माध्यमिक व प्रारम्भिक शिक्षा विभाग और शिक्षा निदेशालय में वर्षों से प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत कर्मचारियों तथा शिक्षकों को रिलीव करने के आदेश जारी हुए हैं। श्रीगंगानगर व अनूपगढ़ जिले में स्थिति इसके विपरीत है। यहां पर ऐसे बहुत से शिक्षक और कंप्यूटर अनुदेशक हैं जो विभिन्न सरकारी कार्यालयों में लंबे समय से प्रतिनियुक्ति पर जमे हैं। श्रीगंगानगर जिले में विभिन्न शिक्षक, कंप्यूटर अनुदेशक जिला परिषद, पंचायत समिति कार्यालय, एसडीएम ऑफिस, सांख्यिकी विभाग कार्यालय सहित अन्य विभागों में लंबे समय से कार्य व्यवस्था के नाम पर बैठे हैं। कंप्यूटर अनुदेशकों की प्रतिनियुक्ति की वजह से स्कूलों में लैबों का संचालन प्रभावित हो रहा है। कई स्कूलों में शिक्षक प्रतिनियुक्ति पर हैं। अध्यापकों की कमी के विरोध में कई जगह ग्रामीण तालाबंदी तक कर चुके हैं।
मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी ने बतायामुख्य जिला शिक्षा अधिकारी, शिक्षा विभाग, श्रीगंगानगर पन्ना लाल कड़ेला ने बताया कि, प्रारंभिक व माध्यमिक शिक्षा विभाग में कोई कार्मिक प्रतिनियुक्ति पर है तो इसकी सूचना सोमवार को मंगवाकर इसे निरस्त किया जाएगा। कहीं पर अध्यापक नहीं है तो वो वहां पर कार्य व्यवस्था के लिए आस-पड़ोस के स्कूल से शिक्षक लगाया जाएगा।
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हनुमान बेनीवाल का सांसद पद से इस्तीफा, जानें अब क्या करेंगेखलबली मचाने वाला आदेशयह आदेश माध्यमिक व प्रारंभिक शिक्षा के साथ ही पंजीयक कार्यालय में कार्य व्यवस्था पर लगे सभी कार्मिकों पर लागू होगा। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के समय माध्यमिक-प्रांरभिक शिक्षा के साथ पंजीयक कार्यालय में भी बड़ी संख्या में कर्मचारियों-शिक्षकों को स्कूलों से लाकर लगाया गया था। निदेशालय के स्टाफ ऑफिसर ने सभी अनुभाग प्रभारियों से कहा है कि यदि अनुभाग में कर्मचारी की आवश्यकता है, तो इसके लिए निदेशक से अनुमति लेकर ही रखा जा सकेगा। इस आदेश के कारण प्रतिनियुक्ति पर लगे कर्मियों में खलबली मची है।
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