गोल्डी बराड़ गैंग का एक गुर्गा आया काबू
#Gangster active इलाके में बड़ी वारदात करने के लिए हथियारों की खेप पुलिस ने बरामद कर एक जने को गिरफ्तार किया हैं। इस आरोपी के पास विदेशी हथियारों की खेप देखकर पुलिस के अधिकारी भी हैरान रह गए। लॉरेंस बिश्नोई गैंग के साथी गोल्डी बराड़ ने अपनी नई गैंग बनाई हैं। इस गैँग की ओर से फिराैती और फायरिंग कर धमकाने के खुलासे हुए हैं। डीएसटी प्रथम टीम ने गाेल्डी बराड़ गैंग के एक युवक काे अवैध हथियाराें की खेप के साथ गिरफ्तार किया है। आरोपी 19 एलएनपी गांव मनफूलसिंहवाला निवासी 31 वर्षीय उम्मेद कुमार तेतरवाल पुत्र जसवंतसिंह के पास से 6 देसी पिस्ताैल व रिवाॅल्वर और 84 राउंड कारतूस मय मैगजीन बरामद किए हैं। इस संबंध में डीएसटी प्रथम प्रभारी रामविलास बिश्नाेई की सूचना पर सदर थाना में मुकदमा दर्ज किया गया है। थाना प्रभारी बलवंतराम काे जांच साैंपी गई है। आरोपी उम्मेद कुमार को पुलिस ने अदालत में पेश किया, वहां से 24 जनवरी तक पुलिस रिमांड हासिल किया हैं।
मुखबिर की सूचना पर दी दबिश
एसपी विकास शर्मा के अनुसार डीएसटी टीम प्रभारी रामविलास काे 19 से 20 जनवरी की रात काे गश्त के दाैरान सूचना मिली कि नेतेवाला से रीकाे बाईपास पर गंगनहर के सिल्वर पुल के निकट एक युवक अवैध हथियाराें की डिलीवरी की फिराक में है। इस पर टीम मिली सूचना की तस्दीक काे पहुंची ताे अाराेपी काे संदिग्ध अवस्था में पकड़ा। इसके पास एक लाल रंग के पिठ्ठू बैग में एक अवैध पिस्तौल अनुमानित 32 बोर मय मैगजीन, एक पिस्तौल अनुमानित 32 बोर मय दो मैगजीन, 3 अवैध सिल्वर रंग पिस्तौल मय तीन मैगजीन, एक अवैध पिस्तौल अनुमानित 12 बोर व एक पॉलिथीन में 47 जिंदा कारतूस अनुमानित 32 बोर, 2 जिंदा राउंड 9 एमएम, 2 जिंदा राउंड 32 बोर रिवाॅल्वर, 4 जिंदा राउंड अनुमानित 315 बोर तथा 29 जिंदा राउंड सहित 84 कारतूस व 6 अवैध पिस्ताैल व रिवाॅल्वर बरामद हुए।
गाेल्डी गैंग करने लगी यहां फिरौती का धंधा
लॉरेंस बिश्नोई के शूटर गोल्डी बराड़ फिलहाल कनाड़ा में हैं। उसके खिलाफ टांटिया हॉस्पिटल पर फायरिंग की वारदात में नाम आया था। गिरफ़्तार किए गए आरोपी उम्मेद तेतरवाल से पूछताछ में नई जानकारी सामने आई हैं। सदर थाना प्रभारी बलवंतराम ने बताया कि आरोपी उम्मेद तेतरवाल के संबंध लाॅरेंस बिश्नाेई के सहयाेगी गाेल्डी बराड़ की गैंग का सदस्य है। गाेल्डी बराड़ के लिए 15 जैड निवासी अमित पंडित तथा याेगेश स्वामी फिराैती वसूली की गैंग ऑपरेट कर रहे हैं। इनके साथ उम्मेद कुमार हथियाराें की सप्लाई आगे शूटराें काे देने का काम करता है। इसके अलावा शूटराें के रुकने की व्यवस्था भी उम्मेद कुमार के जिम्मे ही रहती थी। आरोपियों की ओर से श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ इलाके में काफी लाेगाें से फिराैतियां मांगने और वसूलने का काम किया
दोनों आरोपी भूमिगत, सुराग खंगाले
गोल्डी गैँग के लिए इलाके में सक्रिय रूप से भूमिका निभाने वाले अमित पंडित और योगेश स्वामी दोनों भूमिगत हैं। इन दोनों पिछले तीन सालों से गाेल्डी बराड़ के निर्देश में काम कर रहे थे। इन दोनों को दक्षिण भारत में रहने के बारे में सुराग मिले है लेकिन पुलिस इसकी पुष्टि नहीं कर रही हैं। इसके अलावा सहयोगी आरोपियों के बारे में गिरफ़्तार किए गए आरोपी से पूछताछ कर रही हैं।