शीर्ष वरीयता प्राप्त पीवी सिंधु ने महिला एकल फाइनल में विश्व की 119वें नंबर की खिलाड़ी चीन की वू लुओ यू को 21-14, 21-16 से हराया। 29 वर्षीय भारतीय शटलर ने यह मुकाबला महज 47 मिनट में अपने नाम किया। पीवी सिंधु ने पिछली बार 2022 में सिंगापुर ओपन का खिताब जीता था।
त्रिशा-गायत्री की जोड़ी ने महिला युगल खिताब जीता
वहीं, भारत की त्रिशा जॉली और गायत्री गोपीचंद की जोड़ी ने महिला युगल का खिताब अपने नाम किया। बीडब्ल्यूएफ विश्व टूर फाइनल्स के लिए क्वालीफाई कर चुकी दूसरी वरीयता प्राप्त भारतीय जोड़ी ने चीन की ली जिंग बाओ और ली कियान को 41 मिनट में 21-18, 21-11 से हराया। कॉमनवेल्थ गेम्स की कांस्य पदक विजेता जोड़ी की यह ऐतिहासिक जीत है, क्योंकि त्रिशा और गायत्री इस टूर्नामेंट में खिताब जीतने वाली पहली भारतीय महिला युगल जोड़ी बन गईं। ये जोड़ी 2022 चरण में उपविजेता रही थी।
तनीषा और ध्रुव रहे उपविजेता
हालाकि, ध्रुव कपिला और तनीषा क्रैस्टो की जोड़ी मिश्रित युगल फाइनल में हार गई। ध्रुव और तनीषा की 5वीं वरीयता प्राप्त भारतीय जोड़ी को थाइलैंड की छठी वरीय डेचापोल पुवारानुक्रोह और सुपिसारा पेसमप्रान की जोड़ी के हाथों 51 मिनट में 21-18, 14-21, 8-21 से हार का सामना करना पड़ा। भारत को पुरुष युगल फाइनल में भी शिकस्त झेलनी पड़ी। पृथ्वी कृष्णमूर्ति रॉय और के. साई प्रतीक की जोड़ी चीन के डि हुआंग और यांग लियू से 14-21, 21-19, 17-21 से हार गई।