संग्राम सिंह के करियर का यह महत्वपूर्ण मोड़ न केवल कुश्ती से मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स में उनके सफल बदलाव का प्रतीक है, बल्कि यह भी दिखाता है कि वह भारत में इस खेल को युवाओं के करीब लाने के लिए कितने समर्पित हैं। सिंह को उम्मीद है कि एमएमए में शामिल होकर वह उन युवा खिलाड़ियों के लिए एक स्पष्ट रास्ता बना पाएंगे जो इस खेल में करियर बनाना चाहते हैं। मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स (एमएमए) में अपनी संभावित सफलता की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा, “एक खिलाड़ी के रूप में मैं खेल को अच्छे से समझना चाहता हूं कि यह अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कैसे देखा जाता है। साथ ही, मैं देखता हूं कि मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स (एमएमए) का बॉक्सिंग और कुश्ती सहित सभी लड़ाई के खेलों पर एक महत्वपूर्ण प्रभाव हो सकता है।”
एक्टिंग से लेकर रेसलिंग भी कर चुके हैं संग्राम
संग्राम सिंह अपने शानदार कुश्ती करियर के लिए जाने जाते हैं, जिसमें उन्होंने कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लिया है और भारतीय खेलों पर गहरा प्रभाव डाला है। संग्राम ने अपने भाई को लड़ते हुए देखकर पेशेवर पहलवान बनने का सपना देखा था। गठिया रोग से पीड़ित होते हुए भी, संग्राम सिंह ने सभी बाधाओं को पार करते हुए अंतर्राष्ट्रीय कुश्ती की राह बनाई। 2012 में उन्हें वर्ल्ड के बेस्ट प्रोफेशनल रेसलर का खिताब दिया गया और 2015 और 2016 के कॉमनवेल्थ हैवीवेट चैंपियनशिप में भी विजय प्राप्त की थी। संग्राम का टीवी और फिल्मों में भी सफल करियर रहा है, जहां उन्होंने विभिन्न रियलिटी शो में हिस्सा लिया और बॉलीवुड फिल्मों में अभिनय किया।