32 वर्षीय खिलाड़ी पीकेएल में सबसे अनुभवी खिलाड़ियों में से एक हैं और उन्होंने दो बार यह प्रो कबड्डी का खिताब जीता है। इस डिफेंडर ने अपने पहले साल में ही पीकेएल में चैंपियन का खिताब जीता था। फिर सीजन 2 में और फिर एक बार सीजन 4 और सीजन 5 में उपविजेता भी रहे। बंगाल वॉरियर्स के साथ, फजल अपना तीसरा खिताब जीतने का लक्ष्य बना रहे हैं, जबकि टीम सीजन 7 के बाद अपनी दूसरी ट्रॉफी घर लाने का लक्ष्य बना रही है। दिलचस्प बात यह है कि सीजन 7 फजल का सबसे शानदार साल था, जब उन्होंने 84 अंक दर्ज किए और सीजन 6 में नीलामी में 1 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार करने वाले पहले खिलाड़ी बने। सीजन 9 में, वह उस समय पीकेएल के इतिहास में सबसे महंगे डिफेंडर बन गए, जब उन्हें खिलाड़ियों की नीलामी में 1.38 करोड़ रुपये में खरीदा गया।
फजल ने सीजन 4 और सीजन 7 में पीकेएल में सर्वश्रेष्ठ डिफेंडर का पुरस्कार भी जीता है, और वह खिलाड़ियों के एक विषेश ग्रुप का हिस्सा हैं, जिसमें मंजीत छिल्लर और मोहम्मदरेज़ा चियानेह शादलू शामिल हैं। इन सबने दो बार यह पुरस्कार जीता है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फजल ने 4 एशियाई खेलों के पदक जीते हैं, जिसमें एक स्वर्ण और तीन रजत पदक शामिल हैं। 2016 कबड्डी विश्व कप में भी उनके पास रजत पदक है।