पटना ने दूसरे मिनट में ही देवांक को बचाने के प्रयास में रिव्यू गंवाया। उस समय गुजरात 2-1 से आगे थी लेकिन अयान ने मल्टीप्वाइंटर के साथ पटना को 3-2 से आगे कर दिया लेकिन फिर राकेश ने सुपर रेड के साथ स्कोर 5-3 कर दिया। इसके बाद गुजरात ने पटना को आलआउट की ओर धकेला और इसे अंजाम तक पहुंचाकर 10-4 की लीड ले ली। आलइन के बाद पटना ने खेल में सुधार किया और पांच अंक लिए लेकिन वह गुजरात को भी इतने ही अंक लेने से नहीं रोक सकी। 10 मिनट की समाप्ति तक गुजरात 15-9 से आगे थे। इसके बाद के छह मिनट के खेल के दौरान भी गुजरात ने 5-6 की लीड के साथ अपनी पकड़ बनाए रखी।
रेडिंग में बेहतर कर रही पटना ने 18वें मिनट में गुजरात के लिए सुपर टैकल आन कर दिया लेकिन अगली रेड पर वह जीतेंद्र द्वारा लपक लिए गए। सुपर टैकल अभी भी आन था। सुधाकर आए औऱ नीरज का शिकार कर गुजरात को आलआउट की ओर धकेल दिया। गुजरात ने 22-18 के स्कोर पर पाला बदला। हाफटाइम के बाद पटना ने आलआउट लेते हुए स्कोर 22-24 कर दिया। इसके बाद दोनों टीमों को तीन-तीन अंक मिले। फासला दो का बना रहा लेकिन मोनू ने सुधाकर को लपक फासला 3 कर दिया। हालांकि अंकित ने गुमान के साथ फासला फिर 2 का कर दिया। 30 मिनट की समाप्ति तक हालांकि पटना ने स्कोर 28-29 कर दिया।
आखिरी रेड तक चलती रही कांटे की टक्कर
ब्रेक के बाद अयान ने चार के ड़िफेंस में एक शिकार कर न सिर्फ स्कोर बराबर किया बल्कि गुजरात को सुपर टैकल सिचुएशन में ला दिया। डू ओर डाई रेड पर राकेश के बोनस के बाद नीरज ने अयान को सुपर टैकल कर गुजरात को 32-29 से आगे कर दिया। इसके बाद गुजरात ने देवांक को लपक तीसरे सुपर टैकल के साथ 34-30 की लीड ले ली। रिवाइव होकर आए देवांक फिर रेड पर गए और फिर लपक लिए गए। जीतेंद्र ने टीम के लिए चौथा सुपर टैकल कर स्कोर 38-32 कर दिया। पटना ने हालांकि लंबे इंतजार के बाद आलआउट लेकर स्कोर 37-38 कर दिया। अब सिर्फ दो मिनट बचे थे। आलइन के बाद नवदीप ने गुमान को लपक स्कोर बराबर कर दिया। इसके बाद सुधाकर ने सातवें रेड प्वाइंट के साथ पहली बार पटना को आगे कर दिया लेकिन राकेश ने स्कोर बराबर कर दिया। अगली रेड पर सुधाकर लपके गए। गुजरात फिर आगे थे लेकिन देवांक ने स्कोर 40-40 कर दिया। अब सिर्फ 24 सेकेंड बचे थे और इसी स्कोर पर मैच समाप्त हुआ।