ऐसा लग ही नहीं रहा था कि दुनिया की 23वें नंबर की टीम का मुकाबला हाल ही में पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली टीम से हो रहा है। जब भारतीय कप्तान का प्लान नाकाम रहा तो आखिरी में उन्होंने एक ऐसी चाल चली जिसके सामने ‘चीन की दीवार’ ढह गई और भारत ने मैच का पहला गोल कर दिया। यह मैच का आखिरी गोल भी साबित हुआ और टीम इंडिया ने फाइनल सीटी बजने के बाद 1-0 से जीत के साथ एशियन चैंपियंस ट्रॉफी का 5वीं बार खिताब अपने नाम कर लिया।
हरमनप्रीत और जुगराज ने चीन को किया हैरान
खेल के 50 मिनट तक भारतीय स्ट्राइकर्स गोल करने के लिए बेताब दिखे। मैच में कई ऐसे मौके भी आए, जब गोल होने की उम्मीद बढ़ी लेकिन चीन के गोल पोस्ट को भेदना आज भारत के लिए हर बार टेड़ी खीर साबित हुआ। 51वें मनट में हरमनप्रीत ने चीन के डी में प्रवेश किया और जुगराज के पास गेंद को पास किया। जुगराज के साथ पूरा भारत इस मौके का इंतजार कर रहा था और भारतीय ड्रैग फ्लिकर ने बिना कोई गलती किए हुए चीन के गोलकीपर को छकाया और गोल कर दिया। इस गोल से पहले चीन ने भारत पर दबाव बनाया हुआ था लेकिन भारतीय डिफेंडर्स और गोलकीपर कृष्ण बहादुर पाठक ने चीन के अटैक को नाकाम करते हुए टीम को बचाया। भारत ने यह टूर्नामेंट पांचवीं बार जीता, जिससे वे इस प्रतियोगिता के सबसे सफल देश बन गए। यह टूर्नामेंट 2011 में शुरू हुआ था। पाकिस्तान ने इसे तीन बार जीता है और दक्षिण कोरिया ने 2021 में ढाका में एक बार खिताब जीता था। भारत ने पिछला खिताब 2023 में चेन्नई में मलेशिया को 4-3 से हराकर जीता था।
इस तरह से भारत ने खिताब को रिटेन किया है। हालांकि इस बार, चीन के घरेलू दर्शकों के सामने भारत के लिए यह जीत आसान नहीं थी। चीन ने पूरे मैच में भारत पर काफी दबाव बनाया, लेकिन हरमनप्रीत सिंह एंड कंपनी ने धैर्य बनाए रखा और अंततः जीत हासिल की। चौथे क्वार्टर के छठे मिनट में हरमनप्रीत ने एक शानदार रन बनाया और लम्बे कॉर्नर से जुगराज को पास दिया, जो गोल सर्कल में अकेले खड़े थे। जुगराज ने मौके का फायदा उठाते हुए गेंद को चीनी गोलकीपर के पास से गोल पोस्ट में डाल दिया। हालांकि चीन ने मैच में 66 प्रतिशत समय तक गेंद अपने पास रखी, लेकिन भारत ने सर्कल में चीन से ज्यादा प्रवेश किया और अधिक पेनल्टी कॉर्नर भी हासिल किए थे। पहले तीन क्वार्टर में कोई गोल नहीं हुआ, क्योंकि दोनों टीमें गोल करने में सफल नहीं हो पाईं थीं।