8वें नंबर पर बनाया सबसे बड़ा इंडिविजुअल स्कोर
रेड्डी ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का तेल निकाल दिया। इस शतक के दौरान रेड्डी ने एक खास रिकॉर्ड भी बनाया। वह ऑस्ट्रेलिया में 8वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए सबसे बड़ा इंडिविजुअल स्कोर बनाने वाले खिलाड़ी भी बन गए हैं। रेड्डी ने शतक जड़ने के दौरान 10 चौके और एक छक्का लगाया। बता दें कि रेड्डी अभी भी नाबाद हैं 105 रन पर खेल रहे हैं। दरअसल, जब नीतीश कुमार रेड्डी बल्लेबाजी करने के लिए उतरे थे तो इस वक्त भारतीय टीम काफी ज्यादा मुश्किल में थी। टीम इंडिया के 6 विकेट 191 रन पर गिर गए थे। भारत के सिर पर फॉलोऑन का खतरा मंडरा रहा था। पंत के आउट होने के कुछ देर बाद अनुभवी बल्लेबाज रविंद्र जडेजा भी आउट हो गए। इसके बाद नीतीश रेड्डी ने वाशिंगटन सुंदर के साथ मिलकर फॉलोऑन से भारत को बचाया और धीरे-धीरे लीड को कम करते गए। 8वें विकेट के लिए सुंदर और नीतीश ने मिलकर भारत के लिए 127 रन की साझेदारी की। यह पार्टनरशिप भारत को वापसी मैच में ले आई है। एक समय लग रहा था कि टीम इंडिया को शायद फॉलोऑन खेलना पड़ता। लेकिन अब जिस स्थिति में भारत खड़ा है। वहां से मैच जीतना नामुमकिन नहीं है। शुरुआती 3 टेस्ट मैचों में शानदार प्रदर्शन के बावजूद ऐसी चर्चा चल रही थी कि नीतीश कुमार रेड्डी को मेलबर्न टेस्ट के लिए ड्रॉप किया जा सकता है. मगर भारतीय टीम मैनेजमेंट का भरोसा इस युवा खिलाड़ी पर कायम रहा. अब 21 साल के नीतीश ने मेलबर्न टेस्ट में शानदार प्रदर्शन करके फैन्स के दिलों में जगह बना ली है.संघर्षों से जूझे नीतीश, पिता ने भी नीतीश के लिए छोड़ी थी नौकरी
नीतीश कुमार रेड्डी की क्रिकेटिंग जर्नी आसान नहीं रही है. नीतीश एक साधारण बैकग्रांउड से आते हैं. उनके पिता ने उनके करियर के लिए अपनी नौकरी छोड़ दी. उन्होंने नीतीश का मार्गदर्शन किया और पालन-पोषण किया. पिता की कड़ी मेहनत का फल ही है कि नीतीश आज इंटरनेशनल क्रिकेट में स्टार बनकर उभरे हैं. नीतीश ने भी एक इंटरव्यू में कहा था कि उनके पिता पहले व्यक्ति हैं, जिन्होंने उन पर विश्वास किया था कि वह एक अच्छा क्रिकेटर बन सकते हैं. नीतीश कुमार रेड्डी के पिता मुत्याला ने एक इंटरव्यू में अपने बेटे के बारे में बड़ा खुलासा किया था. उन्होंने कहा था कि नेशनल क्रिकेट अकादमी (NCA) में भारत के प्रमुख ऑलराउंडर हार्दिक के साथ मुलाकात के बाद नीतीश का करियर बदल गया. मुत्याला ने कहा, ‘एनसीए में बिताए अपने U19 दिनों के दौरान, उन्हें हार्दिक पंड्या से बात करने का मौका मिला. तब से वह सिर्फ एक ऑलराउंडर बनना चाहता था । 26 मई 2003 को जन्मे नीतीश कुमार रेड्डी शुरू से ही टीम इंडिया के पूर्व कप्तान विराट कोहली के बड़े प्रशंसक रहे. अपने एज ग्रुप में आंध्र प्रदेश के लिए टॉप ऑर्डर में हावी रहे हैं. नीतीश ने 2017-18 सीजन में विजय मर्चेंट ट्रॉफी के रिकॉर्ड बुक में अपना नाम शामिल कर लिया था. दरअसल, नीतीश ने 176.41 की धाकड़ एवरेज से 1,237 रन बनाए थे, जो टूर्नामेंट के इतिहास में सबसे अधिक रन है.
इस दौरान उन्होंने एक तिहरा शतक, दो शतक, दो अर्धशतक और नागालैंड के खिलाफ 366 गेंदों में 441 रन बनाए थे. नीतीश को 2018 में वार्षिक पुरस्कार समारोह में बीसीसीआई द्वारा ‘अंडर -16 कैटगरी में सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर’ चुना गया था, तब उनकी मुलाकात अपने बल्लेबाजी आदर्श विराट से हुई थी.
विकेट पतन: 1-8 (रोहित शर्मा, 2 ओवर), 2-51 (केएल राहुल, 15 ओवर), 153-3 (यशस्वी जायसवाल, 41), 154-4 (विराट कोहली, 42.1), 159-5 (आकाश दीप, 44.3), 191-6 (ऋषभ पंत, 55.4 ओवर), 221-7 (रवींद्र जडेजा, 64.5 ओवर)