इस लिस्ट में दूसरे गेंदबाज भी पेसर हैं। लम्बे कद के तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा ने भी बांग्लादेश के खिलाफ 7 टेस्ट में मात्र 20.88 की औसत के साथ 25 विकेट चटकाए हैं। उनकी उछाल और मूवमेंट बांग्लादेशी बल्लेबाजों के खिलाफ काफी कारगर साबित हुई है। तीसरे नंबर पर इस लिस्ट में स्पिनर की एंट्री होती है। ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने 6 टेस्ट में बांग्लादेश के खिलाफ 23 विकेट लिए हैं। उनकी विविधता और घूमती गेंदें बांग्लादेशी बल्लेबाजों के लिए हमेशा चुनौती रही हैं। अश्विन ने यह विकेट 26.78 की औसत के साथ लिए हैं। चौथे नंबर पर एक बार फिर से तेज गेंदबाज ने वापसी की है। दाएं हाथ के तेज गेंदबाज उमेश यादव ने भी 6 टेस्ट में बांग्लादेश के खिलाफ 22 विकेट अपने नाम किए हैं। उनकी रफ्तार और स्विंग ने बांग्लादेशी बल्लेबाजों को खूब परेशान किया है। उमेश ने यह विकेट मात्र 21.04 की औसत के साथ हासिल किए हैं।
इरफान और कुंबले भी लिस्ट में शामिल
इसके बाद बाएं हाथ के स्विंग बॉलर इरफान पठान का नाम आता है जिन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ 2 टेस्ट मैचों में मात्र 11.88 की औसत के साथ 18 विकेट हासिल किए हैं। दिग्गज लेग स्पिनर अनिल कुंबले ने बांग्लादेश के खिलाफ 4 टेस्ट मैचों में 16.53 की बढ़िया औसत के साथ 15 विकेट हासिल किए हैं। भारतीय पेसर मोहम्मद शमी ने 2 टेस्ट मैचों में 15.11 की औसत के साथ 9 विकेट हासिल किए हैं। ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह बांग्लादेश के खिलाफ 4 टेस्ट मैच खेले हैं 40.33 की खराब औसत के साथ 9 विकेट लेने में ही कामयाब रहे हैं। बाएं हाथ के चाइनामैन स्पिनर कुलदीप यादव ने बांग्लादेश के खिलाफ एकमात्र टेस्ट मैच में 8 विकेट हासिल किए हैं। यह आंकड़े साबित करते हैं भारत और बांग्लादेश जैसी टीमों द्वारा स्पिन की मददगार उपमहाद्वीपीय परिस्थितियों में खेलने के बावजूद तेज गेंदबाजों का जलवा रहा है। देशों देशों के बीच आगामी दो टेस्ट मैचों की सीरीज के दौरान यह आंकड़ा फिर से इस बात की पुष्टि करेगा या नहीं, यह सीरीज के दौरान ही पता चलेगा। इस लिस्ट में मौजूद अधिकांश गेंदबाज रिटायर हो चुके हैं। मोहम्मद शमी भी फिटनेस के चलते फिलहाल टीम से बाहर चल रहे हैं।