केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने वर्ष 2021-22 के लिए गेहूं उत्पादन पहले 1.113 लाख टन आंका था। अब इसे घटाकर कुल 1,050 लाख टन गेहूं उत्पादन आंका जा रहा है। इस बीच प्रदेश सरकार की सरकारी खरीदी भी लक्ष्य से बहुत कम ही चल रही है। इस बीच केंद्र सरकार ने साफ कर दिया है कि गेहूं के निर्यात पर किसी तरह की बंदिश नहीं लगाई जाएगी। इसके बाद मध्यप्रदेश में गेहूं के दामों को मजबूती मिल रही है।
बीते कुछ दिनों से कांडला में गेहूं के भाव में मंदी आ गई थी लेकिन अब यहां गेहूं के दाम फिर बढ़े हैं। कांडला में एक्सपोर्टर की ओर से गेहूं के दामों में ये बढ़ोत्तरी की गई है। प्रदेश के थोक व्यापारियों के मुताबिक कांडला में गेहूं के भाव 2470 से 2500 रुपये कर दिए गए हैं। इस कारण प्रदेश की मंडियों और बाजारों में भी मिल क्वालिटी और मालवराज गेहूं के दाम में मजबूती आ गई है।
राजधानी भोपाल की करोंद अनाज मंडी में गुरुवार को गेहूं के रेट 2450 रुपए प्रति क्विंटल तक पहुंच गए। एक्सपोर्ट में डिमांड होने से गुरुवार को रेट 50 रुपए क्विंटल तक बढ़ गए। यहां मिल और मालव राज वैरायटी का गेहूं 2100 रुपए क्विंटल तक बिका। करोंद मंडी में हर वैरायटी के रेट बढ़े हैं। अभी व्यापारी यह गेहूं एक्सपोर्टर को कांडला बंदरगाह पर भेज रहे हैं। मंडी में गेहूं की आवक 12 हजार क्विंटल तक पहुंच गई। एक ही दिन में करीब पांच हजार क्विंटल गेहूं की ज्यादा आवक रही।
मिल क्वालिटी गेहूं 2200-2225 रुपये क्विंटल।
मालवराज गेहूं 2200-2250 रुपये क्विंटल।
पूर्णा गेहूं 2300-2350 रुपये क्विंटल।
लोकवन गेहूं 2400-2450 रुपये क्विंटल।