पुलिस अधीक्षक आदर्श सिधू ने बताया कि ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री रमेशचंद्र मीणा के शुक्रवार को भीलवाड़ा प्रवास के दौरान एक ही नम्बर के दो वाहन दिखाई देने और बाद में एक चालक के वाहन समेत फ रार होने का मामला सामने आया था। समूचे मामले की जांच के लिए प्रतापनगर थाना प्रभारी को मामला दर्ज करने के आदेश दिए है। What is this, two vehicles of the same number in the convoy of Rajasth
थाना प्रभारी राजेन्द्र गोदरा ने बताया कि पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर फ र्जी नम्बर प्लेट के आधार पर अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। प्रकरण की प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को सर्किट हाउस भीलवाड़ा में एक ही नम्बर की गाडी खड़ी थी। दोनों के नम्बर आरजे 14 टीडी 8964 लिखे हुए थे। सूचना पर तस्दीक किया गया तो एक गाड़ी मौके से रवाना हो चुकी थी, जो नही मिली व इसी नम्बर कि एक गाड़ी कार्यालय जिला कलक्टर भीलवाड़ा परिसर में खड़ी मिली। जिसके नम्बर देखे तो आरजे 14 टीडी 8964 थे। अनुसंधान में गाड़ी चालक अंगद सिह पुत्र मोहन सिह निवासी सूर्यनगर सुदामा कुटीर गोपालपुरा बाईपास जयपुर पाया गया। What is this, two vehicles of the same number in the convoy of Rajasth
फर्जी नम्बर प्लेट वाहन का चालक डालचंद
अनुसंधान के दौरान चालक अंगद से वाहन की आरसी मांगी तो उक्त आरसी स्वयं के नाम होना पाई गई। इसके बाद ड्राईवर का आधार कार्ड, लाइसेंस आदि का मिलान किया तो वाहन मालिक अंगद सिह के नाम से ही होना पाया गया। उक्त गाड़ी के हाई सिक्युरिटी की नम्बर प्लेट अकिंत हो सही पाई गई। इसी नम्बर कि दूसरी गाड़ी बाबत पड़ताल की तो ज्ञात हुआ कि उक्त फ र्जी नम्बर प्लेट लगी गाड़ी का ड्राईवर डालचन्द था। minister ramesh meena
अनुबधित एजेंसी के जरिए आई गाड़ी
गोदरा ने बताया कि उक्त गाडी को पंचायत राज विभाग के ठेकेदार समय सिंह के द्वारा पंचायत राज विभाग के अधिकारियों को जयपुर से भीलवाड़ा लाने व ले जाने के लिए भेजी गई थी। गोदरा ने बताया कि जांच से प्रथम दृष्ट्या यह पाया गया कि उक्त गाडी को सरकारी फं ड गैर कानूनी रूप से प्राप्त कर छल करने के उदेश्य से कुटरचित नम्बर प्लेट लगाकर व मिथ्या सम्पती चिन्ह का उपयोग करना पाया गया। प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान जारी है।
अंगद के नाम पंजीकृत है जिला परिवहन अधिकारी वीरेन्द्र सिंह राठौड़ ने बताया कि परिवहन विभाग के रिकार्ड के अनुसार मूल वाहन जयपुर की ओम मेटल ऑटो प्राईवेट लिमिटेड एमआई रोड के अंगद सिंह के नाम से पंजीकृत है। एक ही नम्बर के दो वाहन होने का मामला उजागर होने के बाद जो चालक वाहन समेत फ रार हुआ, उसकी नम्बर प्लेट फर्जी है। minister ramesh meena