ये शिकायतें दर्ज होंगी
स्वच्छता ऐप डाउनलोड करने के बाद शहरवासी इस पर 11 तरह की शिकायतें दर्ज करा सकते हैं। इनमें गार्बेज डंप, कचरा वाहन न आना, झाडू न लगना, मृत मवेशी पड़े होना, पब्लिक टॉयलेट साफ न होना, पब्लिक टॉयलेट जाम होना, पब्लिक टॉयलेट में पानी सप्लाई न होना, पब्लिक टॉयलेट में बिजली न होना, गंदे डस्टबिन, खुले में शौच, पेशाब करना व सीवेज से जुड़ी समस्याओं को भी शामिल किया गया है।
खुद नजर आने लगेगी जियो टैगिंग
मिनिस्ट्री ऑफ हाउसिंग एंड अर्बन अफेयर्स की ओर से इस बार स्वच्छता ऐप में कई चीजों को जोड़ा गया है। जैसे आपको कहीं कोई गार्बेज वल्नरेबल पॉइंट (जीवीपी) नजर आया, लेकिन उसके जीन अथवा वार्ड का नंबर नहीं पता है, तो उस जीवीपी की तस्वीर फोन से क्लिक कर ऐप में अपलोड करें तो उस लोकेशन की जियो टैगिंग खुद नजर आने लगेगी।
मंत्रालय ने इसलिए जोड़ा
शहरी विकास मंत्रालय ने स्वच्छता ऐप में यह भी जोड़ा गया है कि यदि किसी ने कचरा नहीं उठने की शिकायत की तो निगमकर्मी को सफाई करने के बाद स्पॉट की साफ फोटो ऐप पर अपलोड करनी होगी। तभी वह शिकायत निराकृत मानी जाएगी। यदि कोई शिकायत से संतुष्ट नहीं है, तो वह शिकायत को री-ओपन भी कर सकता है।