रवीन्द्र ने कहा कि बतौर प्लेबैक सिंगर के रूप में बॉलीवुड से जुड़ा हुआ हूं, लेकिन राजस्थान के म्यूजिक और लैंग्वेज के प्रमोशन के लिए मेरी जिम्मेदारी बनती है, इसी को ध्यान में रखते हुए इस शो में जुड़ हुए हैं। सेमीफाइनल रविवार को प्रदर्शित होगा और इसी रात वूट एप पर वोटिंग शुरू हो जाएगी।
म्यूजिक फैमिली से होने का मिला फायदा सुमेर डांगी ने बताया कि बैंड में हर तरह का मिश्रण लोगों को नजर आता है, इसमें क्लासिकल, बॉलीवुड, रागों का मिश्रण, हिपहॉप और रैप म्यूजिक की खूबसूरती सबसे खास रहती है। बैंड में जैन्डर प्ले कर रहा हूं, इस इंस्ट्रूमेंट को देश में बजाने वाले लोग बहुत कम है। मैं जोधपुर की म्यूजिक फैमिली से बिलॉन्ग करता हूं और बचपन से ही म्यूजिक को सुनते और समझते आया हूं। इसी अनुभवों को शो में प्रजेंट कर रहा हूं। सौरभ परिहार ने बताया कि इस बैंड में चार लोग हैं और सभी अपनी-अपनी विधाओं के मास्टर्स है। सुमेर रिद्म देखता है, रवीन्द्र भाई की टाइगर जैसी अवाज है और रैपरिया भाई की अपनी यूनिकनैस है, इसके बाद बैंड में गिटार के साथ मेरा कनेक्शन जुड़ जाता है।
बैंड को मिल रही है सराहना
रैपरिया बालम ने बताया कि शो में हमने अभी कुछ ही परफॉर्मेंस दी है और यह बैंड मार्केट में हिट हो गया है। दर्शकों में यह बैंड काफी पॉपुलर हो रहा है। मैं रैप के जरिए राजस्थान की खूबसूरती को प्रस्तुत करता हूं और हर परफॉर्मेंस में इसी तरह के एक्सपेरिमेंट करता हूं। सेमीफाइनल में लोग हमारे गानों पर किरण खैर को डांस करते हुए देख सकेंगे।