पचास हजार से ज्यादा किसान
सीकर जिले में प्याज की खेती से सीधे तौर पर करीब पचास हजार किसान जुड़े हुए हैं। जिले में सबसे ज्यादा प्याज की बुवाई धोद ब्लॉक में होती है। किसानों ने बताया कि शुरुआत से प्याज के औसत भाव लागत की तुलना में कम रहे हैं, जिससे किसानों को प्याज की खेती मुनाफा देगी। वहीं इस बार मानसून सीजन के दौरान अच्छा मौसम रहने के कारण प्याज के बीज के भाव भी कम रहे। जिससे जिले में प्याज की बुवाई करीब 15 हजार हेक्टैयर में हुई है। शेखावाटी की आबोहवा के अनुसार सर्दी के सीजन का प्याज अगस्त माह में बोया जाता है। इस बार रोपाई के समय मौसम अनुकूल नहीं होने से कई जगह प्याज की पौध नष्ट हो गई थी, जिसके बाद प्याज के भाव तेज होने शुरू हो गए।इनका कहना है
सीकर और रसीदपुरा मंडी में होली के बाद नया प्याज आने लगा है। प्याज की खरीद के लिए आगामी दिनों में दूसरे राज्यों से व्यापारी आएंगे। इस बार प्याज की बुवाई अधिक क्षेत्र में होने के कारण भावों में गिरावट के आसार है। प्रेमसुख काजला, थोक व्यापारी सीकर