चोरी की थी जब्त कार
गत 23 दिसम्बर की रात जैसलमेर हाइवे पर लोरड़ी देजगरा में एक होटल पर कार में आए कुछ युवकों ने अंधाधुंध फायर किए थे। इनकी कार में तोड़-फोड़ कर दी गई थी। आरोपी एक अन्य लग्जरी कार में फरार हो गए थे। पुलिस ने कार कब्जे में लेकर चौकी परिसर में खड़ी करवाई थी। पुलिस का मानना है कि यह क्षतिग्रस्त कार चोरी की है। जांच में पुष्टि होने पर चोरी का वाहन काम में लेने की धारा जोड़ी जाती। इसलिए आरोपियों ने पुलिस से मिलीभगत कर कार बदली है।कई और पुलिसकर्मियों की भी भूमिका
प्रारम्भिक जांच में पुलिस ने कांस्टेबल सहीराम बिश्नोई की लिप्तता मानी है। पुलिस मामले की विस्तार से जांच भी करवा रही है। ऐसे में कई और पुलिसकर्मियों की भूमिका सामने आ सकती है।राजस्थान पत्रिका की खबर का असर
राजस्थान पत्रिका ने गत 19 जनवरी के अंक में ‘अंधाधुंध फायरिंग में प्रयुक्त कार की अदला-बदली!, जांच के आदेश’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित कर पुलिस व आरोपियों की मिलीभगत उजागर की थी। जांच थानाधिकारी से एसीपी को सौंप दी गई थी।‘अभी कांस्टेबल को निलम्बित किया गया है। पूरे मामले की विस्तृत जांच की जाएगी। तह तक पहुंचा जाएगा। जो भी शामिल है उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई होगी।’ राजेन्द्रसिंह, पुलिस कमिश्नर जोधपुर।