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मानवता शर्मसार: एंबुलेंस मिली न स्ट्रेचर, चचेरा भाई गोद में किशोर का शव लेकर पहुंचा पीएम हाउस

– मुरैना जिले के जौरा अस्पताल में मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। यहां बिलगांव के पास ई रिक्शा पलटने से एक किशोर की मौत हो गई थी। उसके शव को पीएम हाउस तक पहुंचाने के लिए न एम्बूलेंस मिली न स्ट्रेचर। इसलिए मजबूरी में उसके शव को गोद में ही ले जाना पड़ा।

मोरेनाMay 04, 2024 / 09:34 pm

Ashok Sharma

मुरैना. नेशनल हाइवे क्रमांक 552 मुरैना- श्योपुर मार्ग पर बिलगांव के पास शनिवार सुबह 10:30 बजे के करीब ई रिक्शा पलटने से 15 साल के किशोर विक्की पुत्र राजेंद्र जाटव की मौत हो गई। डायल-100 से किशोर का शव जौरा स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया तो डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। स्वास्थ्य केंद्र से पीएम हाउस तक किशोर के शव को ले जाने के लिए उसके चचेरे भाई को शव वाहन (एंबुलेंस) मिली ने स्टे्रचर। मजबूरी में उसे मासूम के शव को गोद में लेकर 300 मीटर दूर पीएम हाउस ले जाना पड़ा।
जानकारी के अनुसार विक्की (15) पुत्र राजेंद्र जाटव निवासी जवाहर कॉलोनी नए बिजली घर के सामने जौरा ई रिक्शा से कहीं जा रहा था। शनिवार सुबह 10:30 बजे के करीब बिलगांव के पास ई रिक्शा पलट गया। उसके नीचे दबने से विक्की की मौत हो गई, वहीं अन्य सवारियों को भी हल्की-फुल्की चोटें आईं। एक्सीडेंट की सूचना पर एफआरबी ड्राइवर बंटी धाकड़ मौके पर पहुंचा और मृत बालक के शव सहित अन्य घायलों को जौरा स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। यहां डॉक्टर्स ने विक्की को मृत घोषित कर दिया। मृतक किशोर के शव को स्वास्थ्य केंद्र से 300 मीटर दूर पीएम हाउस ले जाने के लिए उसके पड़ौस में रहने वाला चचेरा भाई हुनर सिंह जाटव अस्पताल में पहुंचा, लेकिन उसे न स्ट्रेचर मिली न शव ले जाने के लिए एंबुलेंस। मजबूरी में चचेरे भाई को किशोर के शव को गोद में लेकर 300 मीटर दूर स्थित पीएम हाउस तक पैदल-पैदल जाना पड़ा। जिसने भी यह नजारा देखा, वह द्रवित हो गया।
-सिक्योरिटी गार्ड बोला-शव को पीएम हाउस ई रिक्शा से ले जाओगे या गोद में

किशोर के शव को गोद में रखकर पैदल-पैदल पीएम हाउस पहुंचे चचेरे भाई हुनर सिंह ने बताया कि अस्पताल में पदस्थ सिक्योरिटी गार्ड ने कहा कि शव को पोस्टमार्टम के लिए पीएम हाउस ले जाना है। मैने सिक्योरिटी गार्ड की तरफ देखा तो वह बोला-बॉडी को ई रिक्शा से ले जाओगे या गोद में रखकर। यह सुनकर मैने बच्चे के शव को गोद में लिया और पैदल-पैदल ही पीएम हाउस ले गया।
कथन
-मेरे जानकारी में नहीं, मैं स्टाफ से पूछूंगा
ई रिक्शा पलटने से किशोर की मौत की जानकारी तो मुझे पता है। परिजन पहले पीएम कराने तैयार नहीं थे। जब मैने समझाया तब वह पीएम कराने तैयार हुए। शव को गोद में रखकर पीएम हाउस ले जाने की जानकारी नहीं है। मैं ड्यूटी डॉक्टर और सिक्योरिटी गार्ड से पूछूंगा।
डॉ. आरएस सैमिल, बीएमओ जौरा
  • बीएमओ को जारी करेंगे नोटिस
    अस्पताल से शव को पीएम हाउस भेजने की जबावदेही स्वास्थ्य विभाग की होती है। स्ट्रेचर तो पर्याप्त हैं फिर भी पीडि़त परिजन को उपलब्ध नहीं कराई गई, यह गंभीर चिंता का विषय है। हम इस मामले में बीएमओ को शो-कॉज नोटिस जारी करेंगे।
    डॉ. राकेश शर्मा, सीएमएओ मुरैना

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