किसान ने बताया, उन्होंने इजराइल जाकर 18 दिन का प्रशिक्षण लिया है। प्रशिक्षण के दौरान बताया गया कि यह बाजरा जल्दी ग्रोथ करता है तथा खाने में स्वादिष्ट होता है। पानी भी कम लगता है। इसका चारा पशुओं के लिए उत्तम होता है। इसकी लम्बाई भी अधिक होती है। कई पौधे तो करीब 14 फीट तक लम्बे हो जाते हैं, जिनमें दो से तीन फीट का सिट्टा होता है। करीबन तीन महीने में फसल तैयार हो जाती है।
करसन बाजरे से पहले सोयाबीन के 12 किलो बीज की बुवाई कर 720 किलो उपज तथा कपास के आधा किलो बीज की बुवाई कर 1200 किलो का उत्पादन ले चुके हैं। अब बाजरे के बाद दो सौ किलो इजराइली गेहूं की बुवाई करने की तैयारी की है। बीज मंगवाया है। इजराइली गेहूं की बाली एक फीट की होने के साथ एक बीज से अनेकों तने निकलते हैं। जिससे तेज हवा का ज्यादा असर नहीं होता है। इसकी बुवाई सर्दियों में होती है। उन्होंने खेत पर सोलर सिस्टम भी लगवाया हुआ है। -रणजीत सिंह