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विषय स्वीकृत, स्कूल में बैठने की नहीं जगह

राजकीय उच्च प्राथमिक से सीधे उच्च माध्यमिक में क्रमोन्नत किए गए थे विद्यालय प्रदेश के 672 स्कूलों में एच्छिक विषय किए गए है प्रस्तावित सरकार की ओर से वर्ष 2023-24 में प्रदेश राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालयों को सीधे उच्च माध्यमिक में क्रमोन्नत किया गया था। ऐसा करते समय यह ध्यान नहीं दिया गया कि स्कूल […]

पालीNov 22, 2024 / 06:54 pm

Rajeev

पाली का सर्वोदय नगर स्कूल।

राजकीय उच्च प्राथमिक से सीधे उच्च माध्यमिक में क्रमोन्नत किए गए थे विद्यालय
प्रदेश के 672 स्कूलों में एच्छिक विषय किए गए है प्रस्तावित

सरकार की ओर से वर्ष 2023-24 में प्रदेश राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालयों को सीधे उच्च माध्यमिक में क्रमोन्नत किया गया था। ऐसा करते समय यह ध्यान नहीं दिया गया कि स्कूल भवन उस योग्य है या नहीं। अब उन कक्षा व शौचालय की कमी सहित अन्य सुविधाओं से वंचित विद्यालयों में वर्ष 2024-25 से अध्ययन करवाने के लिए ऐच्छिक कला विषयों के संचालन की स्वीकृति दी गई है। यह स्वीकृति प्रदेश के 672 स्कूलों में जिला शिक्षा अधिकारी (मुख्यालय) माध्यमिक की ओर से भेजे प्रस्तावों के तहत दी गई है। उन्हें यह पता है कि स्कूल भवन, कक्षा कक्षों, शौचालय, फर्नीचर, खेल मैदान आदि की स्कूल में उपलब्धता है या नहीं। ऐसा ही एक विद्यालय पाली शहर में सर्वोदय नगर बालिका उच्च माध्यमिक स्कूल है। यह विद्यालय सड़क के दो तरफ बने दो भवनों में चल रहा है। एक भवन में एक हॉल व तीन कक्ष तो दूसरे में तीन कक्ष है। इनमें 195 विद्यार्थी मुश्किल से बैठते हैं तो चार नई कक्षाओं के विद्यार्थी कैसे बैठेंगे। हालात यह है कि अभी एक हॉल में ही कक्षाओं को शामिल बैठाकर पढ़ाना पड़ रहा है। इस विद्यालय में शौचालय भी बेहतर हालात में नहीं है। ऐसे ही हालात जिले सहित अन्य कई स्कूलों के भी है।

वैकल्पिक व्यवस्था करवाएंगे

स्कूलों में कक्ष कम होने व सुविधा कम होने पर वैकल्पिक व्यवस्था के लिए संस्था प्रधान से प्रस्ताव मांगकर कार्रवाई की जाएगी। विद्यालयों को दो पारी में संचालित करने की निदेशालय से स्वीकृति भी मांगी जा सकती है।
प्रवीण जांगिड़, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी, माध्यमिक, पाली

पाली के इन स्कूलों में होंगे ये विषय

गुड़ा भोपा स्कूल- हिन्दी लिट्रेचर, भूगोल, राजनीति विज्ञान

बाला स्कूल – हिन्दी लिट्रेचर, इतिहास, राजनीति विज्ञान
लालपुरा स्कूल -भूगोल, हिन्दी लिट्रेचर, राजनीति विज्ञान

सालारमाला स्कूल – हिन्दी लिट्रेचर, इतिहास व राजनीति विज्ञान

पाचूंडा कलां की स्कूल – हिन्दी लिट्रेचर, इतिहास व राजनीति विज्ञान

जोगड़ावास विद्यालय – हिन्दी लिट्रेचर, राजनीति विज्ञान व भूगोल
अरटिया स्कूल – इतिहास, भूगोल व राजनीति विज्ञान

नया बाडि़या स्कूल – हिन्दी लिट्रेचर, भूगोल व इतिहास

पिचावा स्कूल- हिन्दी लिट्रेचर, भूगोल व राजनीति विज्ञान

राजपुरा स्कूल – हिन्दी लिट्रेचर, भूगोल व राजनीति विज्ञान
चामुण्डेरीराणावतान स्कूल नम्बर दो – हिन्दी लिट्रेचर, इतिहास, राजनीति विज्ञान

खीमेल बालिका स्कूल – हिन्दी लिट्रेचर, इतिहास, राजनीति विज्ञान

कोठार के बालिका स्कूल- इतिहास, भूगोल व राजनीति विज्ञान

सेसली के बालिका विद्यालय- हिन्दी लिट्रेचर, भूगोल व इतिहास
देओरिया बालिका स्कूल -हिन्दी लिट्रेचर, भूगोल व इतिहास

केकिंदड़ा के धानेरिया तहसील जैतारण बस स्टैण्ड के पास जीजीएसएसएस स्कूल में हिन्दी लिट्रेचर, भूगोल व राजनीति विज्ञान

कुड़की बालिका विद्यालय – हिन्दी लिट्रेचर, भूगोल व इतिहास
गुड़ा एंदला जीजीयूपीएस स्कूल- हिन्दी लिट्रेचर, भूगोल व होम साइंस

सर्वोदय नगर पाली के बालिका स्कूल – हिन्दी लिट्रेचर, इतिहास व राजनीति विज्ञान

धीनावास के बालिका स्कूल – हिन्दी लिट्रेचर, भूगोल व राजनीति विज्ञान
अरनापुरा जवाई बांध के जवाई बांध बालिका स्कूल- हिन्दी लिट्रेचर, भूगोल व राजनीति विज्ञान

दुजाना बालिका स्कूल – इतिहास, भूगोल व अंग्रेजी लिट्रेचर

प्रदेश में जिलेवार इतने स्कूलों में विषय स्वीकृत

अजमेर में 28, अलवर में 31, बांसवाड़ा में 9, बारां में 6, बाड़मेर में 126, भरतपुर में 21, भीलवाड़ा में 32, बीकानेर में 28, बूंदी में 13, चित्तौड़गढ़ में 6, चूरू में 20, दौसा में 17, धौलपुर में 21, डूंगरपुर में 8, गंगानगर में 8, हनुमानगढ़ में 11, जयपुर में 22, जैसलमेर में 33, प्रतापगढ़ में 6, राजसमंद में 20, सवाई माधोपुर में 8, सीकर में 14, सिरोही में 4, टोंक में 8, जालोर में 23, झालावाड़ में 3, झुंझुनूं में 11, जोधपुर में 32, करौली में 14, कोटा में 7, नागौर में 42, उदयपुर में 17 स्कूल।


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