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Death Anniversary : विजय ने ‘महाभारत’ और ‘यादों की बारात’ से दर्शकों पर छोड़ी गहरी छाप

विजय ने ‘रामायण’ में ‘मेघनाद इंद्रजीत’ का रोल निभाकर इसे यादगार बना दिया। फिल्म ‘यादों की बारात’ का गाना ‘चुरा लिया है तुमने जो’  आज भी सबकी जुबान पर चढ़ा हुआ है।

Feb 02, 2016 / 11:31 am

राखी सिंह

vijay

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मुंबई। हिन्दी सिनेमा के मंझे हुए कलाकारों में से एक कलाकार थे विजय अरोरा। वे छोटे और बड़े दोनों ही पर्दों पर अपनी प्रतिभा का जौहर दिखा चुके।विजय का जन्म 27 दिसंबर 1944 में गांधीधाम में हुआ था और उनकी मृत्यु 2 फरवरी 2007 में 62 वर्ष की आयु में हुई थी। आज तय करते है उनकी पुण्यतिथी दिवस पर विजय के जीवन से जुड़ी यादों का सफर। विजय अरोड़ा को ‘रामायण’ धारावाहिक के ऐतिहासिक भूमिका निभाई थी। उन्होंने ‘रामायण’ में ‘इन्द्रजीत’ का रोल निभाया था।

विजय अरोड़ा ने फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया से 1971 में ग्रेजुएशन किया था। उन्होंने इस वर्ष ग्रेजुएशन में गोल्ड मैडल पाया था। उन्होंने अपने एक्टिंग करियर की शुरूआत एक अन्य नवोदित कलाकार रीना रॉय के साथ फिल्म ‘जरूरत’ से 1972 में किया था। इसी साल उन्होंने आशा पारेख के साथ ‘राखी और हथकड़ी’ में भी काम किया, लेकिन उनकी लोकप्रियता 1973 में फिल्म ‘यादों की बारात’ से मिली जिसमें वे जीनत अमान के अपोजिट थे। इस फिल्म
इसके बाद 1974 में प्रवीण बॉबी के साथ ’36 घंटे’, 1975 में शबाना आजमी के साथ ‘कादम्बरी’, तनुजा के साथ ‘इंसाफ’, राजेश खन्ना के साथ ‘रोटी’, 1976 में बिंदिया गोस्वामी के साथ ‘जीवन ज्योति’ की, जो उस साल की सरप्राइज हिट थी। इसके बाद उन्होंने फिल्मों में गंभीर रोल भी निभाएं जिसमें 1983 में आई बड़े दिलवाला, 1991 की ‘जान तेरे नाम’ और 2003 में आई ‘इंडियन बाबू’ भी शामिल है। विजय ने हिन्दी सिनेमा की लगभग हर दिग्गज अभिनेत्री के साथ काम किया, चाहे वो जया भादुरी हो या वहीदा रहमान।

80 के दशक में विजय ने छोटे पर्दे पर अपनी अभिनय प्रतिभा के दम पर खूब प्रशंसा बटौरी। उन्होंने ‘रामायण’ में ‘मेघनाद इंद्रजीत’ का रोल निभाकर इसे यादगार बना दिया। उन्होंने ‘भारत एक खोज’ में ‘बादशाह जहांगीर’ की भूमिका भी निभाई। इसके बाद 2001 में ‘लकीरें’ और ‘तलाश’ धारावाहिकों में विजय ने काम किया। हिन्दी के अलावा गुजराती सिनेमा में भी विजय ने अपना लोहा मनवाया था। उन्होंने एक्ट्रेस माधुरी दीक्षित के साथ गुजराती फिल्म ‘राजा हरीशचंद्र’ में काम किया। इसके अलावा उन्होंने कई गुजराती नाटकों में भी भाग लिया।

विजय का एक्टिंग के अलावा खुदका एक सॉफ्टवेयर हाउस था, जो कॉर्पोरेट फिल्में और ऐड फिल्में प्रोड्यूस करता था। उनका पहला सीरियल एक तारा बोले अवार्ड विनर धारावाहिक था। उन्होंने जेम एंड ज्वैलरी से जुड़े इवेंट्स को भी काफी प्रमोट किया और इसके अलावा छात्रों में एक्टिंग स्किल्स डेवलप करने के लिए भी योगा और हेल्थ से जुड़े कार्यक्रमों में अपना योगदान दिया।

विजय ने एक्स मॉडल और मिस इंडिया दिलबर देबारा से विवाह किया था। उनके एक बेटा है जिसका नाम फरहाद विजय अरोड़ा है। लंबे समय से आंत की बीमारी से जूझ रहे अभिनेता विजय का देहांत 2 फरवरी 2007 को उन्हीं के निवास स्थान पर हुआ। अपनी अभिनय प्रतिभा से सबको दिलों में गहरी छाप छोडऩे वाला ये अभिनेता अंतत: अलविदा कह गया।

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