जानकारी अनुसार गत वर्ष बारिश कम होने से गर्मी के मौसम में 90 फीसदी जलस्रोतों में पानी सूख गया था। गुढ़ा बांध में मात्र 4 फीट पानी ही शेष रहा था। इस बार किसानों व ग्रामीणों को उमीद थी की अच्छी बारिश होगी एवं जुलाई माह में बांध तालाब लबालब हो जाएंगे, लेकिन जुलाई के तीसरे पखवाड़े तक बांध व तालाबों में पानी की आवक काफी कम हुई है, जिससे किसान काफी चिंतित नजर आ रहे हैं।
किसानों ने बताया कि गुढा बांध में मात्र 9 फीट पानी भरा है।वहीं मेण्डी, बाक्या, पेच की बावड़ी, हिण्डोली, बासनी ,विजयगढ़, सलावलिया, उमर , पगारां, फूल सागर,रूण का खाल, बसोली, भोजगढ सहित कई बांधों व तालाबों में पानी की आवक नहीं हो पाई है। यहां पर बेजान, मेज नदी, बलांडी, चन्द्रभागा सूखी पड़ी है।