पुलिस सिमकार्ड और मोबाइल ब्लॉक कराने तक सीमित ठगों की सक्रियता प्रदेश में इतनी बढ़ गई है कि ठगी के लिए कुख्यात जामताड़ा के बाद भरतपुर व अलवर इलाके का जिक्र होने लगा है। धरपकड़ अभियान के बाद भी ठगी की वारदात में कमी नहीं देखी जा रही है। पुलिस के प्रयास मात्र मोबाइल हैंडसेट व सिम ब्लॉक कराने तक सीमित हैं। चार माह में प्रदेश पुलिस ने 12 हजार से अधिक सिम व करीब इतने ही मोबाइल हैंडसेट ब्लॉक करवाए हैं।
पोर्टल पर शिकायतों का पहाड़, थानों में चार प्रतिशत ही मामले आईफोरसी के पोर्टल पर जहां शिकायतों का अंबार लगा हुआ है, वहीं थानों में नाम मात्र के मामले दर्ज होते हैं। स्थिति यह है पोर्टल के मुकाबले चार प्रतिशत ही मामलों में एफआईआर दर्ज हो रही है। वर्ष 2024 के चार माह में करीब तीस हजार लोगों ने पोर्टल पर ठगी की सूचना दी। जबकि इस दौरान थानों मात्र 1256 मामले दर्ज हुए हैं। इसी तरह वर्ष 2023 में 83 हजार ठगी के मामलों के मुकाबले एफआईआर 3752 ही दर्ज हुई।