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शीतलहर और कड़ाके की ठण्ड से ठिठुरा जनजीवन

पहाड़ों पर हो रहे हिमपात से धौलपुर जिला में कड़ाके की ठंड से जनजीवन ठुठुरने लगा है। 7 किमी की रफ्तार से चलने वाली शीतलहर से बढ़ती ठिठुरन गलनभरी सर्दी का एहसास करा रही है।

धौलपुरJan 06, 2025 / 06:48 pm

Naresh

धौलपुर.पहाड़ों पर हो रहे हिमपात से धौलपुर जिला में कड़ाके की ठंड से जनजीवन ठुठुरने लगा है। 7 किमी की रफ्तार से चलने वाली शीतलहर से बढ़ती ठिठुरन गलनभरी सर्दी का एहसास करा रही है। सुबह कोहरा कम रहा, लेकिन बादलों की ओट से बारिश होने की स्थिति बनी रही, लेकिन दोपहर बाद सूर्यदेव चमके लेकिन राहत न मिल सकी। अधिकतम तापमान अभी भी 15 डिग्री से नीचे बना हुआ है।
नववर्ष के आगाज के साथ ठण्ड के तेवर भी बदले-बदले नजर आ रहे हैं। पश्चिमी विक्षोभ के कारण हुई बारिश और पहाड़ों की बर्फबारी का असर अब दिखने लगा है। सर्दी अब अपने सबाब पर पहुंच चुकी है। लेकिन शीतलहर शहरवासियों को थर्ड डिग्री देती रही। दोपहर बाद जरूर हल्की धूप निकली लेकिन वह कोई काम की नहीं निकली जिससे लोगों को राहत नहीं मिल सकी। धूप में तपिश नहीं होने से सर्द हवा से जनजीवन प्रभावित रहा। दिन में भी सर्दी से बचाव के लिए अलाव या रूम हीटर का सहारा लेना पड़ा।मौसम विभाग की मानें तो अभी ऐसा मौसम चार से पांच दिन और रहने वाला है। जिसमें कोहरे के साथ शीतलहर लोगों को गलन भरी सर्दी का अहसास कराएगी।
अब आगे क्या……

अभी 4 से 5 दिन और ऐसा मौसम रहेगा। कोहरे के साथ शीतलहर जारी रहेगी। जिससे लोगों को गलनभरी सर्दी का परेशान करेगी। आसमान में बादल छाए रहेंगे। लेकिन बारिश का अनुमान कम ही है।
-माधौ सिंह, मौसम वैज्ञानिक

रूम हीटर या अंगीठी जलाते वक्त बरतें सावधानी

सर्दी के दौरान लोग रूम हीटर और अंगीठी जलाकर सा जाते हैं। जिसको लेकर विशेषज्ञों ने भी एहतियात बरतने की सलाह लोगों दी है। क्योंकि अंगीठी के कारण कई हादसे अभी तक सामने आ चुके हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि बंद कमरे में हीटर, ब्लोअर या अंगीठी जलाने से गर्मी बढऩे से धीरे-धीरे कमरे में आक्सीजन खत्म हो जाती है। इस दौरान कार्बन मोनोआक्साइड अत्यधिक बढ़ जाती है। यह गैस सांस के माध्यम से फेफड़ों तक पहुंच कर खून में मिलती है। इससे खून में हीमोग्लोबिन का स्तर घटता है जिससे व्यक्ति की मौत हो सकती है। ऐसे में खिडक़ी या दरवाजे खुले रखने चाहिए ताकि हवा का आवागमन जारी रहे।

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