रथ यात्रा समारोह से पहले शहर के पूर्व पुलिस आयुक्त और गांधीनगर में सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी संजय श्रीवास्तव ने मंगलवार को मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी की उपस्थिति में ‘अहमदाबाद रथयात्रा: ए जर्नी ऑफ मिरेकल्स’ नामक पुस्तक का विमोचन किया है। पुस्तक में अहमदाबाद के जगन्नाथ मंदिर के इतिहास, रथ यात्रा में शामिल अनुष्ठानों के साथ-साथ इसके विभिन्न घटकों का विवरण दिया गया है।
यह पुस्तक विमोचन अहमदाबाद जगन्नाथ मंदिर के महंत महामंडलेश्वर, पूज्य श्री दिलीपदासजी महाराज, पूज्य श्री तिलकबाबाजी सहित गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में किया गया। संजय श्रीवास्तव : ‘अहमदाबाद रथयात्रा- ए जर्नी ऑफ मिरेकल्स’
भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा अहमदाबाद के लाखों नागरिकों के लिए आस्था का प्रतीक है। रथयात्रा को देखने के लिए लाखों लोग अपने मन में एक इच्छा लेकर आते हैं। पूर्व पुलिस आयुक्त और गांधीनगर में सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी संजय श्रीवास्तव ने भगवान जगन्नाथजी की इस रथयात्रा पर ‘अहमदाबाद रथयात्रा: ए जर्नी ऑफ मिरेकल्स’ नामक पुस्तक लिखी है। इस पुस्तक में उन्होंने अपनी पत्नी रेखा श्रीवास्तव और विज्ञापनदाता-सह-फिल्म निर्माता कमलेश आचार्य को सह-लेखक के रूप में सूचीबद्ध किया है।
पुस्तक का विवरण इसमें अहमदाबाद के जगन्नाथ मंदिर के इतिहास, रथ यात्रा में शामिल अनुष्ठानों के साथ-साथ इसके विभिन्न बिंदूओं का विवरण दिया गया है। पुस्तक में कोविड-19 के दौरान रथ यात्रा का विवरण भी दिया है। जब गुजरात उच्च न्यायालय ने एक अभूतपूर्व सुनवाई में जुलूस पर रोक लगा दी थी, जो आधी रात के बाद भी जारी रही थी। इस दौरान शांति व सौहार्दपूर्ण माहौल बनाए रखने के लिए पुलिस के द्वारा किए जाने वाले योगदान पर भी प्रकाश डाला है।
कैसे रथ यात्रा उत्सव हिंदुओं और मुसलमानों को एक साथ लाने और सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण साधन बनती है इसपर भी चर्चा है। यह पुस्तक लाखों श्रद्धालुओं और नई पीढ़ी को विश्वास बढ़ाने के साथ ही पुलिस द्वारा किए गए कार्यों की भी जानकारी देगी।
मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल गुजरात के सीएम भूपेन्द्र पटेल ने सोशल मीडिया पोस्ट कर कहा कि भगवान जगन्नाथजी की 147वीं रथयात्रा से पहले इस पुस्तक का विमोचन करने के लिए संजय श्रीवास्तव को हार्दिक बधाई।
अहमदाबाद के लाखों नागरिकों के लिए भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा (Jagannath rath yatra 2024) आस्था का प्रतीक है। पटेल ने कहा कि आने वाली पीढ़ियां पुस्तक से शहर की सांस्कृतिक विरासत से प्रेरणा लेंगी। अपनी सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित किए बिना विकास बेकार है। रथयात्रा को शांतिपूर्ण व सौहार्दपूर्ण माहौल में संपन्न कराने के लिए पुलिस विभाग की ओर से व्यवस्था की जा रही है।