शहडोल. आयुर्वेद महाविद्यालय भवन निर्माण के लिए प्रारंभिक प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। इसके लिए मध्य प्रदेश भवन विकास निगम लिमिटेड भोपाल को निर्माण एजेंसी बनाया गया है। भवन निर्माण के लिए प्रशासकीय स्वीकृति भी जारी कर दी गई है। इसके बाद अब टेण्डर सहित अन्य प्रक्रियाओं के लिए भी आवश्यक कार्रवाई प्रारंभ कर दी गई है। आयुर्वेद महाविद्यालय को संभाग वासियों के लिए बड़ी सौगात माना जा रहा है। यहां के युवाओं को आयुर्वेद शिक्षा का लाभ मिलेगा ही साथ ही यहां वन औषधियों को भी पहचान मिलेगी। आयुर्वेद महाविद्यालय निर्माण स्थल का 29 जुलाई 2024 को टीम ने निरीक्षण किया था। इसके बाद आगे की कार्रवाई प्रारंभ की गई थी।
अक्टूबर में टीम ने किया था स्थल निरीक्षण
संभागीय मुख्यालय में आयुर्वेद महाविद्यालय की स्वीकृति मिलने व भूमि चिन्हित होने के बाद 9 अक्टूबर 2024 को विभागीय टीम ने स्थल निरीक्षण किया था। टीम में पुखराज गुप्ता एजीएम एमपीबीडीसी रीवा, लोकेश मणि मिश्रा डीएओ शहडोल, दिनेश मिश्रा डीएओ शहडोल सहित आयुष विभाग के अन्य अधिकारी कर्मचारी शामिल रहे। इस दौरान जमीन की उपलब्धता, स्थल की स्थिति, पेड़ पौधों के साथ वाटर लेवल व अन्य जानकारियां जुटाई थी।साथ ही भूमि आवंटन व वन विभाग से अनापत्ति प्रमाणपत्र मिलने के बाद विभाग ने प्राक्कलन तैयार कर प्रशासकीय स्वीकृति के लिए संचालनालय को प्रस्ताव भेजा था।
10 एकड़ में 69.63 करोड़ से बनेगा भवन
जिला मुख्यालय से लगे बाइपास रोड से लगे कोटमा में लगभग 4.72 हेक्टेयर (10.06 एकड़) भूमि का आवंटन 9 जुलाई 2024 को किया गया था। इसे आयुर्वेद कॉलेज के नाम से खसरा नंबर में दर्ज कर राजस्व विभाग को पत्राचार किया गया है। आवंटित भूमि में 69.63 करोड़ की लागत से आयुर्वेद कॉलेज भवन निर्माण के लिए संचालनालय आयुष विभाग ने 25 अक्टूबर 2024 को प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर दी है। जानकारी के अनुसार भवन निर्माण के लिए निर्माण एजेंसी मप्र भवन विकास निगम लिमिटेड भोपाल को पहली किस्त के रूप में लगभग 7 करोड़ की राशि जारी भी कर दी गई है। प्रशासकीय स्वीकृति मिलने के बाद अब जल्द ही भवन निर्माण को लेकर आगे की प्रक्रिया पूर्ण की जाएगा।
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