फिर ऐसे में किसी दूसरे के नाम पर फर्जी प्रमाण पत्र बनवाने का कोई मतलब ही नहीं बनता। कहा कि जिस रूबी देवी और सुबोध राम के नाम पर उन्हें जोड़कर फर्जी प्रमाण पत्र की बात कही जा रही है, आखिरकार वो कौन हैं? उन्हें सामने लाकर आमने सामने पूछताछ होनी चाहिए, ताकि सच्चाई का पता चल सके।