लोगों को ये दी सलाह उपायुक्त ने वायु प्रदूषण के बचाव व निवारण के उपायों की जानकारी देते हुए बताया कि सभी नागरिक सुबह और देर शाम को बाहर टहलना, दौडऩा और शारीरिक व्यायाम करने से परहेज करें। साथ ही सुबह और देर शाम के समय बाहरी दरवाजे और खिड़कियां न खोलें। उन्होंने कहा कि लकड़ी, कोयला, पशुओं का गोबर, मिट्टी का तेल जैसे बायोमास जलाने से बचें। खाना पकाने और हीटिंग उद्देश्यों के लिए स्व’छ धुआं रहित ईंधन (गैस या बिजली) का उपयोग करें। यदि बायोमास का उपयोग कर रहे हैं, तो स्वच्छ कुक स्टोव का उपयोग करें। चूंकि यह सर्दियों का मौसम है ऐसे में अंगीठी में लकड़ी का कोयला व किसी भी प्रकार की लकड़ी, पत्तियां, फसल अवशेष और अपशिष्ट को खुले में जलाने से भी परहेज करें।
उच्च प्रदूषण स्तर में रहने वाले नागरिक ये करें उपाय
उपायुक्त ने बताया कि क्षेत्र में प्रदूषण काफी उ’च स्तर पर है ऐसे में अपनी आंखों को प्रदूषण से बचाने के लिए उन्हें नियमित रूप से साफ पानी से धोते रहें और गले मे सांस लेने में कोई परेशानी न हो इसके लिए गर्म पानी से नियमित गरारे करें। इस दौरान यदि आपको सांस फूलना, चक्कर आना, खांसी, सीने में तकलीफ या दर्द, आंखों में जलन (लाल या पानी आना) जैसा महसूस हो तो अपने नजदीकी डॉक्टर से सलाह लें। उन्होंने कहा कि वायुमंडल में बढ़ते एक्यूआई के बीच ऐसे व्यक्ति किसी भी प्रकार की अनावश्यक गतिविधियों से अपना बचाव रखें। यदि घर से बाहर निकलना जरूरी है तो फेस मास्क का इस्तेमाल करें।
पब्लिक ट्रांसपोर्ट का उपयोग करें
उन्होंने कहा कि जिला में प्रदूषण पर रोक लगाने हेतु पब्लिक ट्रांसपोर्ट का जायदा से जायदा इस्तेमाल करना जरूरी है। इसलिए बेहतर होगा कि हम अपनी दैनिक दिनचर्या में पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बढ़ावा देकर अपने निजी वाहनों का कम से कम इस्तेमाल करें। उन्होंने आमजन से आह्वान किया कि वे अपने रिहायसी सर्कल जैसे नजदीकी बाजार व अन्य सार्वजनिक स्थलों पर जाने के लिए पैदल चलें अथवा ई रिक्शा व साइकिल का उपयोग करें।
उच्च प्रदूषण स्तर में रहने वाले नागरिक ये करें उपाय
उपायुक्त ने बताया कि क्षेत्र में प्रदूषण काफी उ’च स्तर पर है ऐसे में अपनी आंखों को प्रदूषण से बचाने के लिए उन्हें नियमित रूप से साफ पानी से धोते रहें और गले मे सांस लेने में कोई परेशानी न हो इसके लिए गर्म पानी से नियमित गरारे करें। इस दौरान यदि आपको सांस फूलना, चक्कर आना, खांसी, सीने में तकलीफ या दर्द, आंखों में जलन (लाल या पानी आना) जैसा महसूस हो तो अपने नजदीकी डॉक्टर से सलाह लें। उन्होंने कहा कि वायुमंडल में बढ़ते एक्यूआई के बीच ऐसे व्यक्ति किसी भी प्रकार की अनावश्यक गतिविधियों से अपना बचाव रखें। यदि घर से बाहर निकलना जरूरी है तो फेस मास्क का इस्तेमाल करें।
पब्लिक ट्रांसपोर्ट का उपयोग करें
उन्होंने कहा कि जिला में प्रदूषण पर रोक लगाने हेतु पब्लिक ट्रांसपोर्ट का जायदा से जायदा इस्तेमाल करना जरूरी है। इसलिए बेहतर होगा कि हम अपनी दैनिक दिनचर्या में पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बढ़ावा देकर अपने निजी वाहनों का कम से कम इस्तेमाल करें। उन्होंने आमजन से आह्वान किया कि वे अपने रिहायसी सर्कल जैसे नजदीकी बाजार व अन्य सार्वजनिक स्थलों पर जाने के लिए पैदल चलें अथवा ई रिक्शा व साइकिल का उपयोग करें।