वहीं, इस हादसे के बाद जिस तरह से शवों को पिक-अप में रखकर घर पहुंचाया गया, कांग्रेस के कई नेताओं ने इस घटना को लेकर भाजपा सरकार को खरी-खोटी सुनाई है। उन्होंने इस घटना को अमानवीय और असंवेदनशील बताया है। कहा है कि यह अमानवीयता की पराकाष्ठा है। बता दें शवों को पिक-अप में रखने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
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इसकी जितनी निंदा की जाए वह कम- जूली
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने इस घटना के बाद अपने एक्स हैंडल पर लिखा कि, “अमानवीयता की पराकाष्ठा देखिए देखिए भाजपा शासित प्रदेश राजस्थान की सरकार जो प्रारंभ से ही दलित एवं आदिवासी विरोधी मानसिकता वाली रही है। उसी का असंवेदनशील यह उदहारण है पिण्डवाड़ा के निकट हुए बैंक का सड़क हादसे में 9 आदिवासी भाई बहनों की मौत और उसके बाद सरकार अमानवीयता के साथ पिकअप गाड़ी में जिस प्रकार शवों के साथ दुर्दशा करती है। उससे भाजपा की दलित एवं आदिवासी विरोधी मानसिकता साफ़ ज़ाहिर होती है ऐसी कुंठित मानसिकता की जितनी निंदा की जाए वह कम है।”सरकार के घड़ियाली चरित्र का एक उदाहरण- संयम लोढा
वहीं, सिरोही के पूर्व विधायक संयम लोढा ने कहा कि, “बेहद अमानवीय… रविवार की रात पिंडवाड़ा के समीप सड़क दुर्घटना में काल कलवित हुए 8 व्यक्तियों के शव को पिकअप में डालना भाजपा सरकार के घड़ियाली चरित्र का एक निकृष्ट उदाहरण हैं। यह सभी हमारे आदिवासी भाई हैं, कोई जानवर नहीं। राज्य सरकार शववाहिनी या एंबुलेंस की व्यवस्था कर इन गरीब मजदूरों के शवों को उनके घर भेज सकती थी। इस तरह पिकअप गाड़ी में मजदूरों के शव भेजने पर इस भाजपा सरकार की जितनी निंदा की जाए उतनी कम हैं।”ऐसे हुआ था हादसा
मामले की जानकारी देते हुए सिरोही के एडिशनल एसपी प्रभु दयाल ने बताया कि सिरोही के लिए पिंडवाड़ा जाते हैं तो हाईवे पर चढ़ते हैं। यहां एक-डेढ़ किलोमीटर पर ही कट है। इसी कट से तूफान गाड़ी ने रॉन्ग साइड की ओर टर्न लिया इस दौरान सामने से आ रहे टैंकर से आमने-सामने की टक्कर हो गई। गाड़ी में 29 लोग सवार थे। इनमें से 8 की मौत हो गई। 16 लोग घायल हुए हैं, जबकि 5 सुरक्षित हैं। यह भी पढ़ें