इस बार रावण का पुतला 50 फीट का और मेघनाथ व कुंभकरण के 35-35 फीट के पुतलों का दहन किया जाएगा। रावण दहन मैदान में कारीगरों की ओर से तीनों पुतलों का निर्माण किया जा रहा है। तीनों पुतले बनाने में करीब 3.20 लाख रुपए खर्च होंगे। रावण दहन कार्यक्रम के दौरान 30 मिनट तक आतिशबाजी की जाएगी। जिसमें कुछ जमीन पर व कुछ आसमान में आतिशबाजी होगी। इस पर 4 लाख रुपए खर्च होंगे।
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एक माह से जुटे डूंगरपुर के कारीगर
रावण, मेघनाथ व कुंभकरण के पुतलों को इस बार डूंगरपुर के कारीगर तैयार कर रहे हैं। पुतले बना रहे मुकेश ने बताया कि इन पुतलों को बनाने के लिए दस कर्मचारी लगे हुए है। इन पुतलों को बनाने के लिए करीब एक महीना लग जाता है। पुतलों के मुंह तो डूंगरपुर में ही बना देते हैं, लेकिन पुतलों की बॉडी सिरोही में बनाते हैं। सिरोही में पांच कर्मचारी इन पुतलों को पूरा तैयार कर खड़ा करेंगे। पुतले बनाने में लालशंकर, अशोक कुमार, अनिल, राहुल सहयोग कर रहे हैं। मुकेश ने बताया कि यह कार्य करते हुए 15 साल हो गए है।इनका कहना हैं
रावण दहन का कार्यक्रम 12 अक्टूबर को होगा। इस बार 50 फीट का रावण व 35-35 फीट के मेघनाथ व कुभकरण के पुतले होंगे। कार्यक्रम को लेकर मैदान में तैयारियां चल रही है। सूर्यास्त के समय रावण का दहन होगा। रावण दहन के दौरान मनोरंजन के लिए आतिशबाजी की व्यवस्था की गई है।आशुतोष आचार्य, आयुक्त नगरपरिषद, सिरोही