मेहनत पर था पूरा भरोसा
नारादरा ग्राम पंचायत के सवली निवासी तीन भाई बहनों में सरूपा दूसरे नम्बर पर है। दादा दादी व मां के घरेलू कार्यों में सदैव हाथ बंटाने वाली छात्रा अपनी पढ़ाई के प्रति गम्भीर रही। रसोई व सिलाई का कार्य करते हुए नियमित स्कूल के अलावा नियमित स्वाध्याय से सरूपा ने जिलेभर में परचम फहराया। सरूपा ने बताया कि उसे अपनी मेहनत पर पूरा भरोसा था। मां, दादा-दादी को अपना आदर्श मानने वाली छात्रा ने अपनी सफलता का श्रेय परिवार व गुरुजनों को दिया। जिनके मार्गदर्शन व गुणवत्तापूर्ण अध्यापन से ही उसने यह सफलता हासिल की। सरूपा भविष्य में स्कूल व्याख्याता बनकर ग्रामीण प्रतिभाओं के उन्नयन में अपना योगदान देना चाहती है। राउमावि नारादरा के प्रधानाचार्य रमेश कुमार रावल व सम्पूर्ण विद्यालय परिवार ने उसकी सफलता पर खुशी जताई और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। शिक्षक राजेन्द्रसिंह नारादरा ने प्रतिभावान छात्रा सरूपा जे, पूजा कुमारी मेघवाल व राजू सुथार के घर जाकर माल्यार्पण व मुंह मीठा करवाकर उनका बहुमान किया। इस अवसर पर राउमावि मांडाणी के प्रधानाचार्य मांगीलाल मेघवाल, झालाराम मेघवाल, पुनाराम पटेल, देशाराम सुथार व ग्रामीण उपस्थित रहे। उधर नारादरा विद्यालय से सरूपा के अलावा पूजा कुमारी मेघवाल, लता चौधरी, राजू सुथार ने 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए हैं।