ड्रोन आबू रोड से अरनुआ गांव (पिंडवाड़ा) तक उड़ेगा। यह ऐसा गांव है, जहां पहुंचने के लिए मुख्य मार्ग से आठ किलोमीटर कच्चा रास्ता तय करना पड़ता है। इस गांव के करीब 300 परिवार पहाड़ियों पर रहते हैं। अब ड्रोन के जरिए गांव तक दवाइयां पहुंचाने के साथ वहां से रोगों की जांच के नमूने आबूरोड सेंटर लाए जाएंगे।
ड्रोन उड़ान भरते हुए 32 किलोमीटर रास्ता 25 मिनट में तय कर अरनुआ गांव पहुंचेगा। दवाई व नमूना लाने व ले जाने में ड्रोन 400 फीट ऊंचाई पर उड़ान भरेगा। इसमें दो किलो वजनी दवा ले जा सकते हैं। कार्यक्रम में आबू-पिण्डवाडा विधायक समाराम गरासिया, आबू-रेवदर विधायक मोतीराम कोली, एम्स के निदेशक डॉ. गोवर्द्धन दत्त पुरी सहित एम्स के अधिकारी शामिल हुए।
पीएम ने किया वर्चुअल शिलान्यास
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सिरोही के राजकीय मेडिकल कॉलेज में मंगलवार को क्रिटिकल केयर ब्लॉक का वर्चुअल शिलान्यास किया। जिसका जिला स्तरीय कार्यक्रम महाविद्यालय के हॉल में आयोजित किया। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने वर्चुअल संबोधित करते हुए कहा कि देश में चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार हो रहा है। आज स्वास्थ्य सेवाओं से संबंधित 13 हजार करोड़ की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया गया है। यहां मेडिकल कॉलेज में कार्यक्रम में जिले के प्रभारी मंत्री के के विश्नोई ने कहा कि राज्य व केन्द्र सरकार आमजन के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए बेहद गंभीर है, इसके लिए विभिन्न नवाचार भी किए जा रहे हैं। साथ ही विभिन्न योजनाओं के माध्यम से भी आमजन को लाभान्वित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आमजन के स्वास्थ्य के क्षेत्र में विभिन्न प्रकार की राहत प्रदान करने के लिए बजट का एक बड़ा हिस्सा स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार पर खर्च किया जा रहा है।