सिरोही के दी सिरोही सेन्ट्रल को ऑपरेटिव बैंक में कार्यरत उमाशंकर दवे ने बताया कि वर्तमान में उनका पुत्र दीक्षित दवे सुप्रीम कोर्ट में जूनियर कोर्ट असिस्टेंट के पद पर दिल्ली में कार्यरत है। उन्होंने बताया कि संघ लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित केंद्रीय श्रम सेवा परीक्षा में दीक्षित ने केन्द्रीय श्रम प्रवर्तन अधिकारी एवं केद्रीय सहायक श्रम आयुक्त के पदों के लिए परीक्षा दी थी, जिसमें केन्द्रीय श्रम प्रवर्तन अधिकारी पद पर देश में पहला स्थान रहा।
वहीं केन्द्रीय सहायक श्रम आयुक्त में देश भर में छठवां स्थान रहा। दीक्षित ने बताया कि वे भारत सरकार में श्रम एवं रोजगार मंत्रालय में केन्द्रीय सहायक श्रम आयुक्त के पद पर सेवा देंगे। उल्लेखनीय है कि राजस्थान में केंद्रीय सहायक श्रम आयुक्त के तीन ही पद है। दवे की पोस्टिंग देश के किसी भी राज्य में संभव है।
दीक्षित की प्रारभिक शिक्षा सिरोही से हुई। उसने आठवीं बोर्ड में जिले की मेरिट लिस्ट में प्रथम स्थान प्राप्त किया था। उसके उपरांत कक्षा 10वीं में 95 प्रतिशत और कक्षा 12 वीं के बाद क्लेट के माध्यम से राजीव गांधी नेशनल लॉ विश्वविद्यालय पटियाला से कानून की डिग्री प्राप्त कर फरवरी 2024 से सर्वोच्च न्यायालय में पदस्थापित है।
दीक्षित ने बताया कि उसका बचपन से ही प्रशासनिक सेवा में जाने का लक्ष्य था। इससे पहले फरवरी में उनका चयन जूनियर कोर्ट असिस्टेंट के पद पर सर्वोच्च न्यायालय में हो गया था। उन्होंने इस नौकरी को ज्वॉइन कर लिया, लेकिन लगातार यूपीएससी की तैयारियों में जुटे रहे। जिसके परिणामस्वरूप उनका चयन यूपीएससी में हुआ है।