राज्य में रोडवेज के कुल 52 आगार हैं। सभी में अब नई बसें आ चुकी हैं। लगभग सभी डिपो को नई बसें मिलने के बाद अब आय बढ़ाने के लिए बसों को लंबी दूरी पर संचालन और कम दूरी वाले मार्ग को बढ़ाने को लेकर प्रयास शुरू कर दिए हैं। वहीं, कार्मिकों के आठ घंटे की ड्यूटी को लेकर भी यह कवायद की गई है। प्रबंधन को ऐसी जानकारी मिली थी छोटे मार्ग पर चलने के कारण चालक-परिचालक की ड्यूटी के आठ घंटे पूरे नहीं होते हैं।
ग्रामीण यात्रियों को फायदा
मार्ग को बढ़ाने का फायदा सबसे ज्यादा ग्रामीण क्षेत्रों के यात्रियों को मिलेगा। पहले जिन गांवों में कभी रोडवेज नहीं गई, ऐसे ग्रामीण इलाकों को भी जोड़ा जाएगा। इससे ग्रामीणों को आवाजाही में सुविधा होगी। अभी कई गांवों के लोग केवल निजी बसों पर निर्भर हैं, खासकर उनको सुविधा मिलने की उम्मीद बंधी है। रोडवेज बस चलने से निजी बस व अन्य साधन वालों की मनमानी नहीं चल पाएगी। यह भी पढ़ें
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डिपो से निकले बस तो 400 किमी के बाद लौटें
बसों के लिए प्रतिदिन का संचालन 400 किमी जरूरी किया जा रहा है। वहीं आय भी 33 रुपए प्रति किमी आनी चाहिए। कार्मिकों के आवाजाही में आठ घंटे की ड्यूटी ऑवर्स हो जाएंगे। रोडवेज की 60-70 किमी एक तरफ के ट्रिप पर चलने वाली बसों को 400 किमी चलाने के लिए मार्ग को बढ़ाया जा रहा है। प्रदेश के आगारों के मुख्य प्रबंधकों ने कवायद शुरू कर दी है।फैक्ट फाइल
● सिरोही रोडवेज डिपो में कुल बसें 44● निगम की बसें 43 – अनुबंधित बस 1
● प्रतिदिन करीब 15 हजार किलोमीटर का सफर तय करती हैं रोडवेज बसें
● सिरोही रोडवेज डिपो में रूट संचालित 40
इनका कहना…
सिरोही रोडवेज डिपो में पांच नई बसें आई है। नई बसें मिलने के बाद प्रबंधन ने आय बढ़ाने की कवायद शुरू कर दी है। प्रबंधन ने प्रत्येक बस को प्रतिदिन 400 किमी चलाने का फरमान जारी किया है।–यशवंत राज, मुख्य प्रबंधक, रोडवेज सिरोही