बताया गया कि शहर के सभी 45 वार्डों में बिजली की सुचारू आपूर्ति का काम लगभग ३५० ट्रांसफार्मर पर टिका है। बिजली कंपनी की ओर से करीब एक माह पहले सभी ट्रांसफार्मर की क्षमता व उन पर वास्तविक लोड की पड़ताल की गई। इसके बाद आकलन के अनुसार काफी ट्रांसफार्मर की क्षमता बढ़ाई गई तथा कुछ का लोड कम करने की कार्रवाई की गई। इसके बावजूद भीषण गर्मी सामान्य दिनचर्या के साथ-साथ बिजली तंत्र के लिए भी कहर बनी है तथा लगातार अधिक लोड से औसतन डेढ़ दिन में एक ट्रांसफार्मर का धुंआ निकल रहा है।
मध्यप्रदेश पूर्व क्षेत्र बिजली कंपनी के अधिकारी सूत्रों ने बताया कि बुधवार १२ जून तक एक सप्ताह में लोड नहीं सह पाने के कारण पांच जगह ट्रांसफार्मर जलने की समस्या का सामना करना पड़ा। गर्मी के दौरान इस अवधि में नवानगर, मोरवा, माजन गांव, गनियारी व एक अन्य जगह एक-एक ट्रांसफार्मर जलने की घटना हुई है। बताया गया कि जल गया ट्रांसफार्मर बदलने व दूसरा लगाने में सामान्यत दो से तीन घंटे का समय लगता है मगर गर्मी में उपभोक्ताओं के दवाब के कारण यह काम अधिक तेजी से निपटाना पड़ता है। इसलिए वर्तमान में बिजली कंपनी शहरी क्षेत्र के तकनीकी अमले पर काम का बोझ बढ़ गया है। हालांकि बिजली कंपनी अधिकारियों की ओर से ऐसी घटना के बाद तत्परता से प्रक्रिया पूरी कर जल्द बिजली आपूर्ति बहाल करने का दावा किया गया है। अधिकारियों की ओर से इसके लिए शहर में दो टीम की दिन-रात डयूटी लगाए जाने की बात भी कही गई है।