सिंगरौली परिक्षेत्र की आबोहवा में हर दिन जहर घुल रहा है। वायु प्रदूषण के गंभीर हालात पर विस्तृत रिपोर्ट जारी करते हुए नागरिक मंच के रवि शेखर ने बताया कि क्षेत्र के 5 अलग-अलग जगहों पर हवा में मौजूद प्रदूषण के कणों पीएम-10 और पी एम 2.5 को मापा गया।
बेहद चौंकाने वाले आंकड़े खड़िया बाजार में शाम के समय जो आंकड़े लिए गए, बेहद चौंकाने वाले रहे। यहां पीएम -10 कण 792 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर रहा, जबकि विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानकों की तुलना में 13 गुना ज्यादा प्रदूषित है। वही खडिय़ा बाजार, बस स्टैंड शक्तिनगर, बीना, औड़ी मोड़ और रेनुकूट क्षत्र में की गयी वायु गुणवत्ता निगरानी के आधार पर खडिय़ा बाजार और शक्तिनगर सबसे अधिक प्रदूषित पाया गया।
19 गुना हानिकारक नागरिक मंच के संयोजक नंदलाल ने बताया कि शक्तिनगर बस स्टैंड में पीएम 10 एवं पी एम 2.5 की मात्रा क्रमश: 1566 और 904 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर पायी गयी जो विश्व स्वास्थ्य संगठन के वायु गुणवत्ता मानकों की तुलना में 26 गुना व 36 गुना प्रदूषित है। तीसरे नंबर पर इस क्षेत्र में सबसे ज्यादा प्रदूषित क्षेत्र रेनुकूट बाजार रहा, जहां पीएम 10 और पीएम 2.5 की मात्रा अधिकतम 534 और 474 पायी गयी, जो कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार 10 गुना और 19 गुना हानिकारक है।
प्रदूषण से मुक्ति के बताए उपाय
१00 प्रतिशत उत्तर प्रदेश अभियान की प्रदेश सचिवालय प्रभारी सानिया अनवर ने ऐसे गंभीर हालात से निपटने के तरीके सुझाए और केंद्र व राज्य सरकार से अपील किया कि इन सुझावों को अमल में लाए बगैर वायु प्रदूषण से निजात संभव नहीं है। उन्होंने बताया कि 100 प्रतिशत उत्तर प्रदेश अभियान निरंतर सौर ऊर्जा, स्वच्छ ईंधन, सार्वजनिक परिवहन की मजबूती, कचरा प्रबंधन और 100 प्रतिशत हरियाली की मांग कर रहा है। मंच का मानना है कि यदि सड़क मार्ग से कोल परिवहन बंद कर दिया जाय तो सिंगरौली परिक्षेत्र में मामूली सुधार हो सकता है।
१00 प्रतिशत उत्तर प्रदेश अभियान की प्रदेश सचिवालय प्रभारी सानिया अनवर ने ऐसे गंभीर हालात से निपटने के तरीके सुझाए और केंद्र व राज्य सरकार से अपील किया कि इन सुझावों को अमल में लाए बगैर वायु प्रदूषण से निजात संभव नहीं है। उन्होंने बताया कि 100 प्रतिशत उत्तर प्रदेश अभियान निरंतर सौर ऊर्जा, स्वच्छ ईंधन, सार्वजनिक परिवहन की मजबूती, कचरा प्रबंधन और 100 प्रतिशत हरियाली की मांग कर रहा है। मंच का मानना है कि यदि सड़क मार्ग से कोल परिवहन बंद कर दिया जाय तो सिंगरौली परिक्षेत्र में मामूली सुधार हो सकता है।
सेहत को खतरा
मंच के लोगों ने जानकारी में बताया कि पीएम-10 कण धूल कणों से निर्मित होता है। जबकि पीएम 2.5 कण का निर्माण कोयला डीजल पेट्रोल और कूड़ा जलने से होता है। इसमें कई प्रकार विषैली गैसों के साथ ही सीसा,पारा, कैडमियम आदि भारी तत्वों की मौजूदगी रहती है। इसलिए डाक्टरों और वैज्ञानिकों ने इसे हार्ट अटैक, कैंसर, अस्थमा, एलर्जी जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बताया है।
मंच के लोगों ने जानकारी में बताया कि पीएम-10 कण धूल कणों से निर्मित होता है। जबकि पीएम 2.5 कण का निर्माण कोयला डीजल पेट्रोल और कूड़ा जलने से होता है। इसमें कई प्रकार विषैली गैसों के साथ ही सीसा,पारा, कैडमियम आदि भारी तत्वों की मौजूदगी रहती है। इसलिए डाक्टरों और वैज्ञानिकों ने इसे हार्ट अटैक, कैंसर, अस्थमा, एलर्जी जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बताया है।
यहां हुई हवा की जांच: शक्तिनगर बस स्टैंड, खडिय़ा बाजार, रेनुकूट बाजार, बीना और औड़ीमोड़