समिति के सदस्य ने सांसद अनुप्रिया पटेल से अभी हाल में मुलाकात कर राबर्टसगंज से पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन वाया मधुपुर, सुकृत व अहरौरा के बीच नई रेल लाइन बनवाने की अपील की थी। समिति के सदस्य की मांग को सांसद ने गंभीरता से लिया और संसद में यह मुद्दा उठाया है।
सांसद ने सदन को बताया की इस नई रेल लाइन के बिछाए जाने से विंध्याचल धाम, मैहर देवी धाम व मां भंडारा देवी धाम आपस में रेल मार्ग से जुड़ जाएंगे। साथ ही सिंगरौली व शक्तिनगर के रेल यात्रियों के लिए भी इन धामों के साथ वाराणसी व मुगलसराय का रास्ता आसान हो जाएगा।
पूर्व में स्वीकृत हुआ था 1260 करोड़ का बजट
सांसद ने यह भी बताया है कि वर्ष 2017-18 में इस रेल लाइन के लिए 1260 करोड़ रुपए की स्वीकृति भी मिली थी, लेकिन रेल लाइन निर्माण का कार्य शुरू नहीं हो पाया है। इस रेलवे लाइन के बनने से रेल यात्रियों के अलावा कोल खनन और विद्युत उत्पादक कंपनियों को भी फायदा होगा।
उनकी ओर से कोयले का परिवहन आसानी से किया जा सकेगा। मुंबई जैसे बड़े महानगरों की दूरी जहां थोड़ी कम हो जाएगी। गौरतलब है कि सोनभद्र के सांसद पकौड़ी लाल कोल व राज्य सभा सांसद रामशकल की ओर से इस रेलवे लाइन के लिए रेल मंत्री पियूष गोयल को मांग पत्र सौंपा गया है।