अवैध रूप से डंप किए जा रहे कोयले का विभागीय टीम ने दस्तावेज मांगा तो कोई वैध दस्तावजे नहीं मिला। इसके बाद मुआयना करने पहुंची टीम ने जब्ती बनाकर खानापूर्ति कर लिया है। जबकि हकीकत देखा जाए तो इस मामले में बारीकी से पड़ताल करने की जरूरत है क्योंकि अवैध तरीके से डंप हो रहे कोयले को वाराणसी व अन्य स्थानों पर बिक्री के लिए भेजे जाने की खबर है। इसके बावजूद राजस्व व खनिज विभाग की ओर से इस पूरे मामले को रफादफा करने की मंशा है। यही कारण है कि अधिकारी अभी यह कहने को तैयार नहीं हैं कि गोरबी-महदेइया रेलवे साइडिंग में कितने मात्रा में कोयला डंप किया गया है।
नियमों को ताक पर रखकर कर रहे थे भंडारित
उक्त कंपनियों की ओर से नियमों को ताक पर रखकर कोयले का भंडारण किया जा रहा था। नौढि़या महदेइया रेलवे साइडिंग के आसपास के रहवासियों ने कई बार इस मामले की शिकायत जिम्मेदार अधिकारियों से किया था लेकिन अधिकारी कार्रवाई की जहमत नहीं उठा रहे थे। स्थिति यह हो गई कि कोयला भंडारित होने पर उड़ते धूल से स्थानीय लोग परेशानियां झेल रहे थे। यह बात और है कि कोयला भंडारण के मामले में उक्त कंपनियों को स्थानीय पुलिस का सहयोग मिला था। यही कारण है कि इस समस्या को लेकर जिम्मेदार अधिकारी गौर नहीं फरमा रहे थे। आखिरकार खनिज व राजस्व अमला बीते मंगलवार को छापेमारी के लिए पहुंचा। जहां कोयला भंडारण का कोई वैध कागजात कंपनियों की ओर से नहीं दिया गया है।
कपंनियों को जारी हुआ नोटिस
कोयला भंडारण का जब्ती बनाकर खनिज विभाग ने एमपी पॉवर, मैसर्स एमबी पॉवर, मैसर्स डीबी पॉवर व मैसर्स झाबुआ पॉवर को नोटिस जारी किया गया है। उक्त कंपनियों को नोटिस जारी करने के बाद अभिलेख प्रस्तुत करने के लिए सख्त निर्देश दिया है। इसके बाद आगे की कार्रवाई खनिज व राजस्व विभाग की टीम करेगी। बताया गया है कि रेलवे साइडिंग महदेइया में कोयला भंडारण भारी मात्रा में किया गया है। छापेमारी के लिए पहुंची टीम ने भंडारित कोयले का जब्ती बनाकर खुर्द-बुर्द नहीं करने के लिए सुपुर्द कर प्रकरण तैयार कर लिया गया है। इस मामले में राजस्व व खनिज विभाग की ओर से बारीकी से पूछताछ किया जा रहा है। इससे संभावना जताई जा रही है कि भंडारित कोयले का गोलमाल किए जाने के मामले में अभी और तथ्य खुलकर सामने आ सकते हैं।
नियमों को ताक पर रखकर कर रहे थे भंडारित
उक्त कंपनियों की ओर से नियमों को ताक पर रखकर कोयले का भंडारण किया जा रहा था। नौढि़या महदेइया रेलवे साइडिंग के आसपास के रहवासियों ने कई बार इस मामले की शिकायत जिम्मेदार अधिकारियों से किया था लेकिन अधिकारी कार्रवाई की जहमत नहीं उठा रहे थे। स्थिति यह हो गई कि कोयला भंडारित होने पर उड़ते धूल से स्थानीय लोग परेशानियां झेल रहे थे। यह बात और है कि कोयला भंडारण के मामले में उक्त कंपनियों को स्थानीय पुलिस का सहयोग मिला था। यही कारण है कि इस समस्या को लेकर जिम्मेदार अधिकारी गौर नहीं फरमा रहे थे। आखिरकार खनिज व राजस्व अमला बीते मंगलवार को छापेमारी के लिए पहुंचा। जहां कोयला भंडारण का कोई वैध कागजात कंपनियों की ओर से नहीं दिया गया है।
कपंनियों को जारी हुआ नोटिस
कोयला भंडारण का जब्ती बनाकर खनिज विभाग ने एमपी पॉवर, मैसर्स एमबी पॉवर, मैसर्स डीबी पॉवर व मैसर्स झाबुआ पॉवर को नोटिस जारी किया गया है। उक्त कंपनियों को नोटिस जारी करने के बाद अभिलेख प्रस्तुत करने के लिए सख्त निर्देश दिया है। इसके बाद आगे की कार्रवाई खनिज व राजस्व विभाग की टीम करेगी। बताया गया है कि रेलवे साइडिंग महदेइया में कोयला भंडारण भारी मात्रा में किया गया है। छापेमारी के लिए पहुंची टीम ने भंडारित कोयले का जब्ती बनाकर खुर्द-बुर्द नहीं करने के लिए सुपुर्द कर प्रकरण तैयार कर लिया गया है। इस मामले में राजस्व व खनिज विभाग की ओर से बारीकी से पूछताछ किया जा रहा है। इससे संभावना जताई जा रही है कि भंडारित कोयले का गोलमाल किए जाने के मामले में अभी और तथ्य खुलकर सामने आ सकते हैं।