पूरा मामला सिंगगरौली के बरगवां थाना क्षेत्र में हिंडाल्को 3 नंबर गेट के पास ग्राम बड़ोखर का है जहां शनिवार को एक घर के सेप्टिक टैंक से चार लाशें मिली हैं। जिस घर के टैंक से लाशें मिली हैं वो साल पूर्व ही बनाया गया है। मकान जयंत में रहने वाले हरिप्रसाद प्रजापति का है। इस मकान को हरिप्रसाद ने एक साल पूर्व बनाकर यूं ही खाली छोड़ दिया था, तथा खुद परिवार सहित जयंत में निवास करते हैं। बताते हैं कि हरि प्रसाद प्रजापति का 30 वर्षीय पुत्र सुरेश प्रजापति कुछ साथियों के साथ 1 जनवरी को पार्टी करने आया था। न्यू ईयर पार्टी में जमकर धमाल भी हुआ, लेकिन उसके बाद एकाएक शांति छा गई थी। इस पार्टी के बाद सभी लोग अपने काम में जुट गए और वहां की स्थिति सामान्य हो गई थी।
शनिवार को मकान के आसपास रहने वालों लोगों को तेज दुर्गंध आई तो उन्होंने अनहोनी की आशंका के चलते बरगंवा थाना पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने जब खाली मकान के आसपास से आ रही दुर्गंध की दिशा में कदम आगे बढ़ाए, तो सेप्टिक टैंक के पास जाकर बदबू इतनी तेज आई कि नाक पर रूमाल रखना पड़ा। जब टैंक में झांककर देखा तो उसमें चार पुरुषों की लाश पड़ी हुईं थीं। चूंकि जिस मकान में न्यू ईयर पार्टी हुई, उसके ही सेप्टिक टैंक में चार लाशें पड़ीं थीं, तो यह समझते देर नहीं लगी कि संभवत: पार्टी का अंत एक वीभत्स हत्याकांड के रूप में हुआ था। मृतकों में एक शव हरिसिंह प्रजापति के बेटे सुरेश व दूसरा करन हलवाई की बताया जा रहा है।
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इसलिए माना जा रहा सामूहिक हत्याकांड
- मौत यदि किसी और वजह से होती तो लाशें टैंक की बजाए घर में इधर-उधर पड़ी मिलतीं, आखिर शव टैंक में कैसे पहुंचे?
- क्या पार्टी में कुछ ऐसा हुआ कि साथ वाले ही कुछ लोगेों ने चार लोगों को मौत के घाट उतारकर उनके शवों को टैंक में छुपा दिया?
- जिन लोगों की लाश टैंक में पड़ी मिलीं, उनके परिवार वालों ने पुलिस में उनकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी क्या?
- सामूहिक हत्या करने वाले ने अपने कृत्य को छुपाने के लिए ही लाशों को सेप्टिक टैंक में फेंका होगा?
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