प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रामशिरोमणि शहवाल ने कांग्रेस के फैसले को लेकर नाराजगी जताते हुए कहा कि पार्टी ने सिंगरौली के लोग जिसे चाहते है पार्टी उन्हें प्रत्याशी नहीं बनाती है। उन्होंने रेनू शाह का नाम लिए बिना कहा कि जिनके अंदर नेतृत्व करने की क्षमता ही नहीं है ऐसे लोगों को भी विधायक बनने का मौका मिल जाता है, जो पांच साल सिर्फ अपना काम करते हैं और पब्लिक का काम नहीं करते। रामशिरोमणि शहवाल ने कहा कि कांग्रेस की हारे हुए प्रत्याशी को चुनाव मैदान में लड़ाने की मंशा थी, इसलिए पार्टी ने उनका नाम काट दिया है।
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मेरे समर्थक कहेंगे तो चुनाव जरूर लड़ूंगा, फिर भले…
रामशिरोमणि शाहवाल के अनुसार, मेरे कार्यकर्ता काफी आहत है। पार्टी ने जिन्हें प्रत्याशी बनाया है उनके घर में मक्खियां घूम रही है। मैं पार्टी को 7 दिन का मौका देता हूं और अपने समर्थकों से जवाब पाने के लिए 7 दिन का समय चाहता हूं। अगर मेरे समर्थक कहेंगे तो मै जरूर चुनाव लडूंगा, चाहे वो किसी अन्य दल से हो या निर्दलीय।
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जानकारों के कयास
बता दें कि जिस तरह कांग्रेस ने अपने पत्ते खोले और जिस तरह कांग्रेसियों के आपस में ही बगावती सुर बोलने लगे हैं, इससे कयास लगाए जा रहे हैं कि कहीं ना कहीं कांग्रेस पार्टी को सिंगरौली में नुकसान उठाना पड़ सकता है।