कोटा संभाग में अत्यंत भारी बारिश
मौसम केन्द्र जयपुर के अनुसार उत्तरी बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ था, जो शनिवार को अति गहराई में परिवर्तित हो गया है। वतर्मान में यह क्षेत्र उड़ीसा व आसपास लगने वाले पश्चिम बंगाल के ऊपर बना हुआ है। धीरे-धीरे ओडिशा और मध्य प्रदेश से होकर पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर से आगे बढ़ने से राजस्थान में अगले चार दिन तक असर दिखाएगा। वैसे तो सभी संभागों में असर दिखाई देगा, लेकिन सबसे ज्यादा असर, कोटा, उदयपुर और जोधपुर संभाग में दिखाई देगा। इससे पहले रविवार को भी राजस्थान में बारिश का दौर जारी रहने की संभावना है, लेकिन मध्यम से भारी बारिश के रूप में ही असर रहेगा। यह भी कहा जा रहा है कि अगले 24 घंटों के दौरान कोटा संभाग में अत्यंत भारी बारिश की संभावना बनी हुई है।
तत्कालीन पूर्वानुमान
जयपुर मौसम केन्द्र की माने तो अगले कुछ घंटों के दौरान जयपुर, जयपुर शहर, दौसा, अलवर, भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाईमाधोपुर, टोंक, बूंदी, कोटा, बारां, झालावाड़, अजमेर, नागौर ,सीकर, चूरू जिलों और आसपास के क्षेत्रों मे कुछ स्थानों पर मेघगर्जन /आकाशीय बिजली के साथ हल्की से मध्यम वर्षा का दौर जारी रहने की संभावना है।
बीसलपुर का जलस्तर 311.38 आरएल मीटर
बीसलपुर बांध में पानी की आवक लगातार बनी हुई है, जिसके चलते रविवार दोपहर तक बांध का जलस्तर 311.38 आरएल मीटर तक पहुंच गया है। उधर, बांध के भराव क्षेत्र में बह रही त्रिवेणी अभी 3.90 मीटर की ऊंचाई पर है। हालाकि भराव क्षेत्र में बारिश नहीं होने से त्रिवेणी का जलस्तर लगातार कम हो गया है, लेकिन अगले 24 घंटों के भीतर भारी से अति भारी और कुछ स्थानों पर अत्यंत भारी बारिश के चलते त्रिवेणी की ऊंचाई बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। चार दिन तक मानसून की सक्रियता रहेगी तो बीसलपुर का जलस्तर 313 आरएल मीटर को पार कर सकता है।