मुकुन्दाराम के बड़े बेटे और राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षक भंवरसिंह का बेटा डॉ. अभिषेक सीएचसी जयपुर में डॉक्टर है। कोरोना की वजह से उन्होंने सीकर आना-जाना भी पिछले 20 दिनों से बंद कर दिया है।
उनका कहना है कि जब भी घर की याद आती है तो रात को एक बार वीडियो कॉल कर लेते हैं। इनकी पत्नी सीकर जिले में अध्यापिका है। मुकुन्दाराम के ही छोटे बेटे और नर्सिंग अधिकारी दिलीप कुमार का बेटा डॉ. रजत फेनिन पीएचसी लालास में और बेटी डॉ. रिया फेनिन पीएचसी लक्ष्मणगढ़ में बतौर चिकित्साधिकारी मरीजों की सेवा में जुटे हैं। मरीजों की स्क्रीनिंग करने के साथ उन्हें जागरूक भी कर रहे हैं।
संदेश हम होंगे कामयाब एक दिन
कोरोना की जंग में जुटे तीनों चिकित्सकों का कहना है कि हमारा तो बचपन से एक ही बात पर भरोसा है कि हम होंगे कामयाब एक दिन…। हमारे देश के लोगों का मनोबल काफी मजबूत है। इसलिए हम कहते हैं कि इस जंग में भी हम एक दिन जरूर कामयाब होंगे।
कोरोना की जंग में जुटे तीनों चिकित्सकों का कहना है कि हमारा तो बचपन से एक ही बात पर भरोसा है कि हम होंगे कामयाब एक दिन…। हमारे देश के लोगों का मनोबल काफी मजबूत है। इसलिए हम कहते हैं कि इस जंग में भी हम एक दिन जरूर कामयाब होंगे।