जिले में किसान संगठनों की ओर से जारी किसान आंदोलन के दौरान कुछ युवकों ने जबरन गाड़ी रुकवाकर सरस डेयरी का करीब 400 सौ लीटर दूध सडक़ पर बहा दिया। इसके बाद आरोपित मौके से फरार हो गए। जानकारी के अनुसार सीकर के पलसाना कस्बे में देर रात गाडिय़ों व बाइक पर सवार आए कुछ बदमाश युवकों ने किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए समितियों से सरस डेयरी का दूध लेकर आ रही गाड़ी को रोका। आरोपियों ने गाड़ी में रखे 400 सौ लीटर दूध को सडक़ पर बिखेर दिया। सरस डेयरी के खंडेला रूट से एक मिनी ट्रक रात दस बजे के करीब दूध लेकर आ रहा था। इस दौरान पलसाना के खंडेला रोड रेलवे अंडरपास के पास कुछ लोगों ने ट्रक को रुकवाकर ट्रक में रखे दूध के करीब एक दर्जन कैन सडक़ पर गिरा दिए। जिससे करीब चार सौ लीटर दूध सडक़ पर बह गया। बाद में सूचना पर रानोली थानाधिकारी महेन्द्र कुमार मीणा जाप्ते के साथ मौके पर पहुंचे और आरोपितों के बारे में जानकारी लेकर उनकी तलास कर रहे है। घटना के बाद डेयरी कर्मचारी भी मौके पर पहुंचे और पुलिस से आरोपितों पर कार्रवाई करने की मांग की है। दूध को सडक़ पर बिखरने वाले लोग एक बोलेरा गाड़ी और बाइक लेकर आए थे। इधर, मूंडरू में बस स्टैंड व लिसाडिया में कुछ सब्जी व्यापारियों की ओर से दुकान बंद नहीं करने पर किसानों व व्यापारियों के बीच हल्की झड़प भी हुई।
किसान ने खींचे हाथ तो दोगुना हुए भाव
पलसाना/ सीकर. किसान बचाओ देश बचाओ संघर्ष समिति की ओर से शुक्रवार से शुरू हुए दस दिन के राष्ट्रव्यापी किसान आन्दोलन का असर शनिवार को सीकर में नजर आया। सब्जी मंडियों में फल व सब्जी की आवक गिर गई। सब्जियों के भावों में करीब दो गुना तेजी आई गई।
![third day of farmer protest in milk stalked on the road sikar](http://cms.patrika.com/wp-content/uploads/2018/06/03/farmer_protest_in_shekhawati_2898228-m.jpg)
आंदोलन के कारण शनिवार को दिनभर लोगों में चर्चा रही। इधर दूध उत्पादकों की ओर से पलसाना क्षेत्र में संचालित हो रही निजी डेयरियों में पहले दिन शाम से ही दूध की आवक बंद हो गई थी और अब पलसाना स्थित सीकर एवं झुंझुनूं जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ पलसाना में भी दूसरे दिन दूध की आवक में करीब दो तिहाई आवक कम हुई है। आने वाले दिनों में दूध की किल्लत का सामना करना पड़ सकता है।